इस्लामाबाद । वैश्विक हथियार ट्रैकर रिपोर्ट के अनुसार भारत का परमाणु हथियार भंडार 25 वर्षों में पहली बार पाकिस्तान से बड़ा हुआ है। भारत के पास अब 172 हथियार हैं। एसआईपीआरआई की ताजा रिपोर्ट से पता चलता है कि भारत ने पिछले साल अपने जखीरे में आठ परमाणु हथियार जोड़े हैं, जिससे उसके हथियारों की संख्या 164 से बढ़कर 172 हो गई। वहीं पाकिस्तान का परमाणु भंडार 170 पर स्थिर है। 1999 के बाद यह पहली बार है कि भारत के पास पाकिस्तान से ज्यादा परमाणु हथियार हैं। इस खबर के बाद पाकिस्तानियों ने जमकर अपनी सरकार और सेना को सुनाया है।
पाकिस्तानी राजनेता और फौज के लोग अक्सर ही अपने परमाणु हथियारों की चर्चा करते रहे हैं। इस लेकर पाकिस्तानी खुद ही अपनी तारीफ करते हैं। अब पाकिस्तान इस मामले में भी भारत से पिछड़ गया है। इस पर पाकिस्तानी आवाम का कहना है कि दशकों से नेता बम की रट लगाते रहे हैं, लेकिन पाकिस्तान के नेताओं को समझना चाहिए कि देश लोगों के मजबूत होने से होता है ना कि बम से ये होगा। मलिक हारुन ने कहा कि सरकार वे कदम उठने चाहिए कि आम लोगों की माली हालत ठीक हो, यहीं से तरक्की के रास्ते खुल सकते है। उन्होंने कहा कि परमाणु बम के बिना भी दुनिया के बहुत से देश बेहद खुशहाल हैं, इसके बाद बम के बजाय हमें इकॉनमी पर ध्यान देना चाहिए।
गुलफाम ने कहा, ये एटम बम फिजूल की चीज है, ये कभी नहीं चलने हैं। इनकी किसी को जरूरत नहीं है। हमें जरूरत रोटी, अस्पताल और स्कूल की है। हम तो ऐसा समझते हैं कि पाकिस्तान के लोग इस चक्कर में ना पड़ें बल्कि भारत के लोग भी इस दौड़ में ना पड़ें। ये किसी काम के नहीं हैं। हमारे देश से ही अलग हुए बांग्लादेश के पास एटम बम नहीं है लेकिन वहां मुल्क बीते कुछ सालों में भारत और पाकिस्तान दोनों से आगे बढ़ा है। इसी तरह से अरब और यूरोप के कई मुल्कों के पास बहुत छोटी सी फौज है, लेकिन वहां खुशहाली पाकिस्तान, भारत और दूसरे कई परमाणु हथियार वाले देशों से बहुत ज्यादा है। कमर मुनीर ने कहा, भारत से मुकाबला करने की बातें ही बेवजह की हैं। पाकिस्तान के जो हालात आज के वक्त में हैं, वे इसतरह के नहीं हैं कि किसी से लड़ सकें। आवाम महंगाई से मरी जा रही है। किसानों को सही दाम नहीं मिल पा रहे हैं।