ओटावा । कनाडा में भारतीय मूल के सांसद चंद्रा आर्य ने संसद में खड़े होकर खालिस्तान समर्थकों को जमकर कोसा। उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि 23 जून को भारतीय विमान को हवा में उड़ा दिया गया था। इसके जिम्मेदार कनाडाई खालिस्तानी आतंकी थे। चंद्रा आर्य ने एक्स पर लोगों से 1985 एयर इंडिया बम विस्फोट के पीड़ितों की याद में एक समारोह में शामिल होने की अपील की। विमान पर हमले की यह 39वीं बरसी है। इसे आतंकवाद के पीड़ितों के लिए राष्ट्रीय स्मरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। चंद्रा आर्य ने कहा कि यह कनाडा के इतिहास में सबसे बड़ी सामूहिक हत्या है। इसके बाद उन्होंने हाल ही में खालिस्तान समर्थकों की ओर से भारतीय पीएम इंदिरा गांधी की हत्या का जश्न मनाने पर चिंता जताई। उन्होंने कहा, कनाडा की संसद में हाल ही में खालिस्तान समर्थकों की ओर से हिंदू भारतीय पीएम की हत्या का जश्न मनाया गया, जिसमें हिंसा और नफरत का महिमामंडन किया गया, जो दिखाता है कि अंधेरी ताकतें फिर संक्रिय हो गई हैं। ये दिखाता है कि देश के लिए आने वाला समय भयानक होगा।

23 जून 2024 को इस मेमोरियल सर्विस का आयोजन किया गया है, जिसमें उन्होंने लोगों को आने को कहा। यह आयोजन राजधानी ओटावा में डॉव झील के पास और ओंटारियो में क्वीन्स पार्क साउथ लॉन में स्मारक स्थल पर 12 बजे आयोजित की जाएगी। संसद में उन्होंने खालिस्तान समर्थकों की ओर से हिंसा को बढ़ावा देने का जिक्र किया। उन्होंने कहा, 23 जून आतंकवाद के पीड़ितों के लिए स्मृति दिवस है। 39 साल पहले इसी दिन एयर इंडिया फ्लाइट 182 कनाडाई खालिस्तानी चरमपंथियों की ओर से लगाए गए बम से हवा में ही उड़ गई थी। उन्होंने आगे याद दिलाते हुए कहा कि विमान में सवार सभी 329 यात्री और चालक दल की मौत हो गई थी। कनाडा के इतिहास में यह सबसे बड़ा हमला माना जाता है। इस हमले में 268 कनाडाई लोगों की मौत हुई थी। मरने वालों में 27 ब्रिटिश और 24 भारतीय नागरिक थे।

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