ग्वालियर, 18 सितंबर। पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अरुणा गौतम उर्फ बबली को गिरफ्तार किया है। पुलिस की तरफ से 30 हजार की इनामी बबली गरीब नाबालिग या कम पढ़ी-लिखी लड़कियों को अमीर घरों में शादी कराने का झांसा देकर कई गुनी आयु के पुरुषों को बेच देती थी। इसके बाद ज्यादातर लड़कियां का भविष्य देह बाजार ही बन कर रह जाता था।
अंबाला कैंट की रहने वाली विधवा अरुणा गौतम उर्फ बबली पर शहर के दो इलाकों से लड़कियां गायब करने का आरोप है। इन लड़कियों को कुछ समय पहले पुलिस ने अलग-अलग शहरों से बरामद किया था, लेकिन आरोपी बबली पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सकी थी। उसके विरुद्ध शहर के थाटीपुर और ग्वालियर पुलिस थानों में पिछले साल शिकायत दर्ज हुई थी। पुलिस महानिरीक्षक ने बबली की गिरफ्तारी पर 30,000 रुपए का इनाम घोषित किया था।
क्राइम ब्रांच को मुखबिर से सूचना मिली थी कि बबली ग्वालियर स्टेशन के पास देखी गई है। इस सूचना पर पुलिस ने उसे घेराबंदी करके पकड़ लिया। बबली विधवा है और हरियाणा के अंबाला कैंट की रहने वाली है। उसने प्रारंभिक पूछताछ में बबली ने स्वीकार किया कि शहर से पांच नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर पंजाब, हरियाणा और हिमांचल प्रदेश में बेच चुकी है। ग्वालियर रेंज के
क्राइम ब्रांच बबली से अभी और पूछताछ करेगी, दरअसल बबली एक लड़कियां बेचने वाले एक अंरराज्यीय रैकेट का हिस्सा है। पूछताछ में पुलिस इस रैकेट का पता लगाने की कोशिश कर रही है। बबली का गिरोह ऐसी लड़कियों की तलाश में रहता था जो गरीब परिवारों की हों, नाबालिग हों और कम पढ़ी-लिखी हों। बबली बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन के नज़दीक ऐसी लड़कियों पर नज़र रखती थी जो घर से घर से नाराज होकर भागी हुई सी लगती थीं। बबली के अनुसार ये आसानी से शिकार होती थीं, शादी अमीर लड़कों से कराने के नाम पर बबली उनका सौदा पंजाब, हरियाणा, और हिमाचल प्रदेश के कस्बे-देहातों में कर देती थी।