प्रयागराज। तापमान 46 डिग्री और आसमान से बरसती आग के बीच श्रद्धालुओं ने गंगा दशहरा पर पवित्र त्रिवेणी में स्नान कर श्री बड़े हनुमानजी मंदिर, भगवान शिव और भगवान श्रीराम जानकी मंदिर में दर्शन कर पूजन-अर्चन किया। सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ एकत्र होने से संगम पहुंचने वाले मार्गों पर जाम की स्थिति बनी रही।
गंगा दशहरा अर्थात गंगा अवतरण दिवस के अवसर पर रविवार को लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम स्थल पर डुबकी लगा पुण्य अर्जित किया। सुबह से श्रद्धालुओं के संगम तट आने का क्रम जारी हो गया था। चिलचिलाती धूप और 46 डिग्री तापमान की परवाह किए बिना श्रद्धालुओं ने संगम स्थल पहुंच पवित्र स्नान कर श्री बड़े हनुमानजी मंदिर, भगवान शिव और भगवान श्रीराम जानकी मंदिर में दर्शन कर पूजन अर्चन किया। संगम पहुंच रहे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते अधिकांश मार्गों पर जाम की स्थिति बनी रही। जाम की स्थिति को देखते हुए जीटी जवाहर और अलोपी बाग से संगम की ओर वैकल्पिक मार्ग बनाया गया था, लेकिन वहां पर भी भीषण जाम का नजारा देखने को मिला। गंगा दशहरा पर संगम समेत राम घाट पर गंगा आरती और अन्य धार्मिक आयोजन किए गए। रविवार सुबह से ही श्रद्धालुओं के संगम तट पहुंचने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह देर तक जारी रहा।
अन्य राज्यों के श्रद्धालु भी पहुंचे
यहां संगम में पहुचने वाले स्थानीय, जनपद के अलावा बिहार, बंगाल, दक्षिण भारत, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों से भी श्रद्धालु पहुंचे और दर्शन पूजन कर पुण्य लाभ प्राप्त किया। भीषण गर्मी के बावजूद गंगा दशहरा पर लाखों श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगा पुण्य लाभ कमाया है।