नई दिल्ली । लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद फिर ईवीएम का जिन्न जाग उठा है। दरअसल विदेश में भी ईवीएम के द्वारा चुनाव की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इस लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ईवीएम के जरिए हो रहे चुनाव पर तंज कस दिया है। राहुल गांधी ने कहा कि भारत में ईवीएम एक ब्लैक-बॉक्स की तरह है, जिसकी जांच करने की अनुमति किसी को भी नहीं है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि जब हमारे देश की चुनावी प्रक्रिया के पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। जब संस्थाओं में जवाबदेही की कमी होती है, तब लोकतंत्र एक दिखावा बनाता है, और धोखाधड़ी का शिकार हो जाता है। इतना ही नहीं राहुल गांधी ने कुछ मीडिया रिपोर्टस को टैग किया, जिसमें दावा किया गया है कि मुंबई के उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट से मात्र 48 वोटों से चुनाव जीतने वाले शिवसेना उम्मीदवार के एक रिश्तेदार के पास एक फोन था, जिससे ईवीएम अनलॉक हो जाता है।
राहुल गांधी ने टेस्ला और सोशल मीडिया साइट एक्स के सीईओ एलन मस्क के उस पोस्ट को भी टैग किया, जिसमें मस्क ने लिखा है कि हमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को खत्म करना चाहिए, क्योंकि इस इंसान या एआई के जरिए हैक किए जाने की संभावना कम है, लेकिन फिर भी बहुत अधिक है। बता दें कि देश में तमाम विपक्षी दल पिछले कुछ समय से ईवीएम को लेकर चिंता जाहिर कर रहे हैं, उन्होंने वीवीपैट पर्चियों की 100 प्रतिशत गणना की मांग की थी, जिसकी अनुमति नहीं दी गई।
ज्ञातव्य है किविगत माह हुए लोकसभा चुनाव में ईवीएम के माध्यम से 64 करोड़ से अधिक नागरिकों ने मतदान किया, इसमें 31 करोड़ से भी अधिक महिलाओं ने के मत भी सम्मिलित रहे। आंकड़ों पर खुशी जताकर भारतीय चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया था कि भारत ने लोकसभा चुनाव में विश्व रिकॉर्ड बनाया है। यह आंकड़ा जी-7 देशों के मतदाताओं का 1.5 गुना और यूरोपीय संघ के 27 देशों के मतदाताओं का 2.5 गुना है।