केपटाउन। दक्षिण अफ्रीका की सत्तारूढ़ पार्टी एएनसी के नेता सिरिल रामफोसा को संसद ने एक बार फिर राष्ट्रपति चुन लिया है। नेशनल असेंबली की बैठक की अध्यक्षता करने वाले मुख्य न्यायाधीश रेमंड ज़ोंडो ने ऐलान किया कि राष्ट्रपति चुनाव में रामफोसा को 283 वोट मिले, जबकि इकोनॉमिक फ्रीडम फाइटर्स के उम्मीदवार जूलियस मालेमा को 44 वोट हासिल मिले हैं।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने के बाद रामफोसा ने अपने पहले संबोधन में कहा कि उन्होंने दोबारा राष्ट्रपति बनने को एक बड़ी जिम्मेदारी के रूप में माना है। वह उन लोगों के साथ भी काम करेंगे जिन्होंने उनका समर्थन नहीं किया। उन्होंने कहा कि मई के अंत में हुए आम चुनावों के परिणामों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि देश के लोग अपने नेताओं से मिलकर काम करने की उम्मीद करते हैं।
रामफोसा ने आगे कहा कि अपने वोटों के जरिए लोग उम्मीद करते हैं कि गैर-नस्लवाद, गैर-लिंगवाद पर आधारित शांति और न्याय पर आधारित लोकतांत्रिक समाज के उद्देश्यों को प्राप्त करने, स्थिरता सुनिश्चित करने और गरीबी, बेरोजगारी और असमानता की तिहरी चुनौतियों से निपटने, सबके लिए समृद्धि हासिल करने के लिए सभी दल संविधान के ढांचे के अंदर रहकर एक साथ मिलकर काम करेंगे।
रामफोसा ने जोर देकर कहा कि कई दलों की सहमति से बनी राष्ट्रीय एकता की सरकार दो या तीन दलों का एक बड़ा गठबंधन नहीं है। उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा दिए जनादेश से यह तय के लिए मिलकर काम कर सकें कि हम उन चुनौतियों का समाधान करें जिनका वे सामना कर रहे हैं और मैं दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति के रूप में इसे हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।
यह हमारे देश के लिए एक ऐतिहासिक मोड़ है, जिसके लिए हमें अपने संवैधानिक लोकतंत्र और कानून के राज को मजबूत करने और लोगों के लिए एक मिलकर काम करना चाहिए।
दक्षिण अफ्रीकी संविधान के मुताबिक चुने गए राष्ट्रपति को पांच दिन के अंदर अपना पदभार ग्रहण करना है। नेशनल असेंबली द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक रामफोसा 19 जून को देश शपथ लेंगे। वहीं सांसदों ने एएनसी के थोको डिडिजा को स्पीकर चुना है जो पहले कृषि मंत्री रह चुके हैं। डेमोक्रेटिक अलायंस (डीए) की एनेली लोट्रिएट डिप्टी स्पीकर चुनी गईं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एएनसी और मुख्य विपक्षी दल डीए ने शुक्रवार को राष्ट्रीय एकता की सरकार बनाने के लिए एक समझौता किया, जिसमें पैट्रिऑटिक अलायंस और इंकाथा फ्रीडम पार्टी भी शामिल होगी। समझौते के तहत रामफोसा को डीए के समर्थन से फिर से राष्ट्रपति चुने जाने की पहले से उम्मीद थी। बता दें गत 29 मई को हुए आम चुनावों में एएनसी ने 400 सीटों में से 159 सीटें हासिल कीं। पिछले 30 साल में पहली बार संसद के निचले सदन में उसे पूर्ण बहुमत नहीं मिला है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *