वाशिंगटन । दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी एलन मस्क का सैलरी पैकेज सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। उनका पैकेज इतना बड़ा था कि उस पर अमेरिकी कोर्ट को रोक तक लगानी पड़ी। आखिर 6 साल बाद उन्हें हासिल करने में सफलता मिल ही गई। इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली कंपनी टेस्ला के शेयरहोल्डर्स ने मस्क के 56 अरब डॉलर (करीब 4.64 लाख करोड़ रुपये) सालाना के पैकेज को मंजूरी दी है। यह अमेरिका के कॉरपोरेट इतिहास में किसी सीईओ का अब तक का सबसे बड़ा सैलरी पैकेज है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मस्क ने खुद ट्वीट कर शेयरहोल्डर्स को धन्यवाद किया। शेयरहोल्डर्स ने बैठक में पैकेज को मंजूरी दी। वैसे मस्क को साल 2018 में ही इस पैकेज को देने के लिए प्रस्ताव लाया गया था, लेकिन तब कंपनी के कुछ शेयरहोल्डर्स के विरोध के कारण कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी। हालांकि, इस बार अधिक शेयरहोल्डर्स ने अपनी मंजूरियां दे दी हैं। तब लाए गए पैकेज की आज वैल्यू 56 अरब डॉलर है, क्योंकि 2018 में टेस्ला की मार्केट वैल्यू 59.1 अरब डॉलर थी, जो आज 570 अरब डॉलर हो गई है। मस्क के भारी-भरकम सैलरी पैकेज पर सिर्फ 73 फीसदी शेयरहोल्डर्स ने ही मंजूरियां दी हैं, जबकि अमूमन कॉरपोरेट जगत में इस तरह के पैकेज को 95 फीसदी शेयरहोल्डर्स अपनी मंजूरी देते हैं। हालांकि, बहुमत से पैकेज को हरी झंडी मिल चुकी है। हेडक्वार्टर डेलवेयर से टेक्सास शिफ्ट करने पर भी मुहर लगा दी है। साथ ही दो बोर्ड मेंबर को री-इलेक्ट करने पर भी मंजूरी दे दी है। जैसे ही कंपनी के बोर्ड और शेयरहोल्डर्स ने पैकेज को अपनी मंजूरी दी, कुछ शेयरहोल्डर्स जो इसके खिलाफ हैं, कोर्ट पहुंच गए। कोर्ट में फाइल केस में शेयरधारकों ने कहा है कि कंपनी के जिन निदेशकों ने मस्क के पक्ष में वोट किया है, वे उनके करीबी हैं और ज्यादादर शेयरधारकों को पूरे मामले की जानकारी ही नहीं है। इतना ही नहीं शेयरहोल्डर्स को मस्क की हिस्सेदारी पर भी आपत्ति है, जो अभी 20 फीसदी से ज्यादा है। फिलहाल शेयरहोल्डर्स ने जिस पैकेज को मंजूर किया है, इसके तहत मस्क को सालाना 56 अरब डॉलर (करीब 4.64 लाख करोड़ रुपये) मिलने है। इसका मतलब हुआ कि हर महीने की सैलरी 38,733 करोड़ रुपये होगी और रोजाना 1,291 करोड़ रुपये की कमाई। पैकेज के बाद मस्क के खाते में हर घंटे 53.79 करोड़ रुपये आएंगे। इसका मतलब हुआ कि वे 50 से ज्यादा मर्सिडीज कार हर घंटे खरीदने जितनी दौलत कमाएंगे।