मास्को। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि तमाम अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बावजूद रूसी अर्थव्यवस्था बहुत तेजी से बढ़ रही है। पुतिन ने सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम में बोलिविया व जिम्बाब्वे के नेताओं और व्यापार जगत के दिग्गजों को संबोधित करते हुए कहा कि रूस वैश्विक व्यापार में एक मुख्य साझेदार बना हुआ है, बावजूद इसके कि यूक्रेन में सैनिकों को भेजने के लिए देश कई प्रतिबंधों की मार झेल रहा है। रूस दशकों से इस फोरम का इस्तेमाल देश के विकास का बखान करने के लिए करता आ रहा है, हालांकि पश्चिमी देशों के अधिकारियों और निवेशकों ने इस सत्र से दूरी बनाए रखी क्योंकि प्रतिबंधों की वजह से रूस का पश्चिमी यूरोप, अमेरिका और उसके सहयोगियों के साथ व्यापार काफी हद तक बंद हो चुका है।

पुतिन ने कहा कि रूस ने अफ्रीका, पश्चिमी एशिया और एशिया में कई देशों के साथ आर्थिक संबंधों में विस्तार किया है। रूस की आर्थिक वृद्धि का मुख्य कारण यूक्रेन में जारी युद्ध है, जो क्रेमलिन के लिए अब आर्थिक रूप से उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि राजनीतिक रूप से। रूस पर आयात को लेकर भारी प्रतिबंध लगे हुए हैं, जिसकी वजह से अधिकतर वैश्विक ब्रांड देश के बाजारों से गायब हैं या फिर उनकी जगह रूसी ब्रांड ले चुके हैं। हालांकि रूसियों के लिए आर्थिक रूप से बहुत कुछ नहीं बदला है क्योंकि सैन्य उपकरणों के लिए बड़े पैमाने पर खर्च और स्वयंसेवक सैनिकों को भारी भुगतान से अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है।

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