


ग्वालियर, 13 सितंबर। विधानसभा उपचुनाव के लिए टिकट वितरण में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ पर महिलाओं की उपेक्षा का आरोप लगाने और भाजपा के हारे हुए उम्मीदवार को टिकट देने का विरोध करने वाली शांति कुशवाहा को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। पार्टी ने एक पत्र जारी कर शांति कुशवाहा पर सोशल मीडिया के माध्यम से पार्टी के खिलाफ असत्य व अनर्गल बातें करने का आरोप लगाया है। भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (इंटक) की महिला प्रदेशाध्यक्ष शांति कुशवाह ने अपने निष्कासन को अवैध करार दिया है। शांति के मुताबिक इंटक मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के आधीन नहीं आती है।
विधानसभा उपचुनाव की आहट से ही कांग्रेस में उठापटक का दौर जारी है। ताज़ा मामला कांग्रेस के आनुसांगिक संगठन इंटक से जुड़ा हुआ है। आज इंटक की महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष शांति कुशवाहा का निष्कासन मध्यप्रदेश के इंटक अध्यक्ष ने कर दिया है। दरअसल शांति कुशवाह ने 4 दिन पहले सोशल मीडिया पर कांग्रेस में सदस्यता ले रहे बीजेपी नेताओं को लेकर तीखी टिप्पणी की थी। शांति ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि जो मोदी के नाम पर वोट मांगते हुए हारे थे, उन्हें कमलनाथ अपने चेहरे के प्रभाव से कैसे जिता पाएंगे। इस पर इंटक के प्रदेश संगठन ने शांति कुशवाहा को पार्टी से निकाल दिया। शांति ने आरोप लगाया है कि, इसके पीछे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का इशारा है, शांति के अनुसार वह उप चुनाव का टिकट मांग रही थीं।
मुझे निकालने का अधिकार सिर्फ सोनिया-राहुल को
निष्कासन की कार्यवाही पर शांति कुशवाह ने कमलनाथ को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि वह होते कौन है पार्टी से निकलवाने वाले। अगर सोनिया-राहुल निकालेंगे तो मानूंगी। शांति कुशवाहा ने आरोप लगाया कि कमलनाथ पार्टी में ऐसे लोगों को भर रहे हैं जो बीजेपी, बीएसपी और सपा के असंतुष्ट और हारे हुए हैं।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस नहीं दे रही महिलाओं को टिकट
शांति ने पीड़ा ज़ताई कि हम इतने साल से पार्टी से जुड़े है, हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इससे पहले भी मध्यप्रदेश की कांग्रेस इकाई पहले भी महिलाओं को टिकट वितरण में उपेक्षा करती रही है। शांति ने चुनौती देते हुए कहा कि इंटक MPCC से अलग स्वतंत्र संगठन है। मेरे बराबर का पदाधिकारी मुझे निष्कासित नहीं कर सकता। मुझे निकालना है तो सोनिया-राहुल निकालें।
शांति ने भरी हुंकार‑वह चुनाव जरूर लड़ेंगी
शांति ने कमलनाथ को चुनौती दी कि वह चुनाव जरूर लड़ेंगी, अपनी बात हाई कमान को बताएंगी। शांति ने तंज कसते हुए सावल किया कि मोदी लहर में जो लोग हार गए थे, वह आज की कशमश में कैसे जीत सकेंगे।