नई दिल्ली । गोदरेज प्रॉपर्टीज का मुंबई में 7,000 करोड़ रुपये का रियल्टी प्रोजेक्ट खतरे में पड़ गया है। रक्षा मंत्रालय ने इस पर आपत्ति जताते हुए काम रोकने की मांग की है। मंत्रालय ने कहा है कि यह परियोजना केंद्रीय आयुध डिपो (सीओडी) के कांदिवली परिसर के बहुत करीब है। गोदरेज रिजर्व प्रोजेक्ट 18.6 एकड़ भूमि पर विकसित की जा रही है। कंपनी की ‎वित्त वर्ष 24 नियामक फाइलिंग के अनुसार उसने पहले ही लगभग 1.91 मिलियन वर्ग फीट पर प्रोजेक्ट लॉन्च कर दिया है और उसे 1.51 मिलियन वर्गफीट की बुकिंग के लिए 2,693 करोड़ रुपये मिल चुके हैं। डिफेंस मिनिस्ट्री की यूनिट ने प्रोजेक्ट के खिलाफ काम रोकने का नोटिस मांग की है। उसने म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन ऑफ ग्रेटर मुंबई के बिल्डिंग प्रपोजल डिपार्टमेंट को एक नोट भेजकर कहा है कि गोदरेज का प्लॉट उसके कांदिवली परिसर के 500 मीटर के भीतर स्थित है। इस बारे में गोदरेज प्रॉपर्टीज के प्रवक्ता ने कहा कि एक जिम्मेदार डेवलपर के रूप में, हमारी सभी परियोजनाएं संबंधित अधिकारियों से उचित और आवश्यक मंजूरी मिलने के बाद शुरू होती हैं। इस मामले में भी संबंधित अधिकारियों और रियल एस्टेट विनियामक प्राधिकरण से सभी अपेक्षित मंजूरियां ली गई हैं, हमें किसी भी संबंधित अथॉरिटी से किसी भी नियम के उल्लंघन के बारे में कोई नोटिस नहीं मिला है। सीओडी ने केंद्र सरकार के मई 2011 के दिशा-निर्देशों का हवाला देते हुए कहा है कि किसी भी रक्षा प्रतिष्ठान के 100 मीटर के भीतर निर्माण गतिविधि की अनुमति नहीं है। इसके अलावा, रक्षा मंत्रालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) प्राप्त करने के बाद रक्षा प्रतिष्ठान के 100-500 मीटर के दायरे में अधिकतम चार मंजिल तक के निर्माण की अनुमति है।

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