बाकी 2 चरणों में 114 सीटों पर वोटिंग होगी
दिग्गजों का भाग्य ईपीएम में
-रायबरेली में एक दर्जन ईवीएम खराब, मुंबई में उद्धव गुट के 3 कार्यकर्ता गिरफ्तार, बंगाल में भाजपा-टीएमसी समर्थक भिड़े…
नई दिल्ली । लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण का मतदान खत्म हो गया है। इस चरण में आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 49 सीटों पर 695 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे। इन सीटों पर 57.35 प्रतिशत वोटिंग हुई। सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल में 73 प्रतिशत और सबसे कम महाराष्ट्र में 48.88 प्रतिशत मतदान हुआ है। इसके अलावा ओडिशा विधानसभा के सेकेंड फेज की 35 सीटों पर 60.70 प्रतिशत, झारखंड की गांडेय विधानसभा सीट पर 68.26 प्रतिशत और लखनऊ ईस्ट सीट पर 52.25 प्रतिशत वोटिंग हुई है। जिन सीटों पर मतदान हुआ है, उनमें राजनाथ सिंह, स्मृति ईरानी, पीयूष गोयल जैसे केंद्रीय मंत्रियों के साथ राहुल गांधी की भी सीट शामिल हैं। 543 लोकसभा सीटों में पांचवेें फेज तक 429 सीटों पर मतदान पूरा हो गया है। बाकी 2 चरणों में 114 सीटों पर वोटिंग होगी।
लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में 66.14 प्रतिशत, दूसरे चरण में 66.71 प्रतिशत और तीसरे चरण में 65.68 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई। 2019 के मुकाबले तीन चरणों में इस बार कम वोटिंग हुई थी। हालांकि, चौथे दौर में 96 सीटों पर 69.16 मतदान हुआ जबकि 2019 में इन सीटों पर 69.12 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। उत्तर प्रदेश के महोबा में ड्यूटी के दौरान एक सीआरपीएफ जवान की मौत हो गई। पश्चिम बंगाल के बैरकपुर और हुगली में भाजपा कैंडिडेट्स और टीएमसी समर्थकों के बीच झड़प हुई है। मुंबई में मतदान केंद्र के पास डमी ईवीएम रखने के आरोप में पुलिस ने शिवसेना के तीन कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। पांचवें चरण में बिहार में 52.35, जम्मू-कश्मीर में 54.21, झारखंड में 61.90, लद्दाख में 67.15, महाराष्ट्र में 48.66, ओडिशा में 60.55, उत्तर प्रदेश में 55.80 और पश्चिम बंगाल में 73 प्रतिशत मतदान हुआ। उधर, रायबरेली में करीब एक दर्जन ईवीएम खराब हो गईं। इस कारण मतदान काफी देर रूका रहा। शिकायत मिलने पर राहुल गांधी ने धांधली का आरोप लगाया।
अव्यवस्था के कारण कम हो रही वोटिंग
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सोमवार को कहा कि मतदाता बड़ी संख्या में मतदान केंद्र पर जा रहे हैं लेकिन असुविधा के कारण उन्हें वापस आना पड़ रहा है। उन्हें अंदर जाने में काफी समय लग रहा है। लोग वोट नहीं दे पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी मतदाताओं से मेरी अपील है कि भले ही समय लगे लेकिन मतदान केंद्रों पर जरूर जाएं और अपना वोट डालें। उन्होंने आगे कहा कि प्रशासन के कारण ही वोटिंग कम हुई है। जहां भी हमें बढ़त मिली है, वहां मशीनें ठीक से व्यवस्थित नहीं हैं। मशीनें बंद कर दी गई हैं। यह मोदी सरकार का नाटक है। हार का डर है। लोग उत्साहित हैं। उन्हें जानबूझकर परेशान किया जा रहा है। यह चुनाव आयोग का खेल है। जहां हमारा प्रतिशत ज्यादा होगा, वहीं मतदान प्रतिशत कम हो रहा है।
-ममता बनर्जी के भाई ही नहीं डाल पाए वोट
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सबसे छोटे भाई बाबून बनर्जी सोमवार को मतदाता सूची में नाम नहीं होने के कारण अपना वोट नहीं डाल सके। बाबुन हावड़ा शहर के मतदाता हैं। जब वे मतदान केंद्र पर वोट डालने गए तो पता चला कि उनका नाम सूची में नहीं था। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता शांतनु सेन ने कहा कि चुनाव आयोग पूरे मामले को देख रहा है। केवल वही बता सकता है कि ऐसा क्यों हुआ। बता दें, ऐसी अफवाह थी कि बाबुन भाजपा में शामिल होने पर विचार कर रहे हैं। बाबुन बंगाल ओलंपिक एसोसिएशन, बंगाल हॉकी एसोसिएशन के अध्यक्ष के साथ-साथ बंगाल बॉक्सिंग एसोसिएशन के सचिव और टीएमसी के खेल विंग के प्रभारी भी हैं।