दिल्ली : दुनिया के शीर्ष उद्यमियों और सबसे अमीर लोगों के बीच अंतरिक्ष मुकाबले का नया क्षेत्र बनकर उभरा है. जेफ बेजोस की कंपनी ब्लू ऑरिजिन का न्यू शेफर्ड-25 या एनएस-25 मिशन 19 मई रविवार को पूरा किया गया. यह मिशन बेजोस और उनकी कंपनी के लिए काफ स्पेशल था, क्योंकि उन्हें लगभग 2 साल पहले निराशा हाथ लगी थी, जब सितंबर 2022 में रॉकेट गड़बड़ी का शिकार हो गया था. उस दुर्घटना के बाद जेफ बेजोस की कंपनी को इंसानों के साथ अंतरिक्ष की 25वीं उड़ान भरने के लिए करीब 2 साल का अतिरिक्त इंतजार करना पड़ गया।
गोपीचंद के नाम ये कीर्तिमान
ब्लू ऑरिजिन के न्यू शेफर्ड प्रोग्राम की इस 7वीं उड़ान को 6 क्रू मेंबर्स की टीम ने अंजाम दिया, जिसमें भारतीय उद्यमी व पायलट गोपीचंद तोठाकुरा भी शामिल रहे. गोपीचंद इस तरह अभी तक के इतिहास में दूसरे ऐसे भारतीय बन गए, जो अंतरिक्ष में गए हैं. अंतरिक्ष जाने वाले सबसे पहले भारतीय के तौर पर राकेश शर्मा का नाम दर्ज है, जिन्होंने रूसी एयरक्राफ्ट सोयुज टी-11 से 1984 में यह कीर्तिमान हासिल किया था।
आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा के रहने वाले हैं गोपीचंद
गोपीचंद आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा के रहने वाले हैं. वह अंतरिक्ष जाने वाले भारत के दूसरे नागरिक और पहले असैन्य (सिविलियन) भारतीय बने हैं. गोपीचंद प्रिजर्व लाइफ कॉरपोरेशन के को-फाउंडर हैं. प्रिजर्व लाइफ कॉरपोरेशन हर्ट्सफील्ड-जैकसन अटलांटा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास स्थित एक होलिस्टिक वेलनेस व अप्लायड हेल्थ सेंटर है।
इन लोगों ने भी भरी उड़ान
उनके साथ इस मिशन में शामिल अन्य लोग थे- अमेरिकी एयरफोर्स के पूर्व पायलट एड ड्वाइट, वेंचर कैपिटल फर्म इंडस्ट्रियस वेंचर्स के फाउंडर मैसन एंजल, फ्रांसीसी क्राफ्ट ब्र्यूरी ब्रैसेरी मॉन्ट ब्लैंक की फाउंडर सिल्वियन शिरॉन, सॉफ्टवेयर इंजीनियर केनेथ हीस और रिटायर्ड पब्लिक अकाउंटेंट कैरोल शॉलर।
स्पेस टूरिज्म पर बेजोस का फोकस
जेफ बेजोस की कंपनी ब्लू ऑरिजिन की ब्लू ऑरिजिन की शुरुआत 2000 में हुई थी. इस कंपनी का फोकस स्पेस टूरिज्म पर है. कंपनी की प्रतिस्पर्धा एलन मस्क की स्पेसएक्स और रिचर्ड ब्रैनसन की वर्जिन गैलेक्टिक जैसी कंपनियों से है. स्पेस टूरिज्म में क्रू मेंबर्स को Kármán लाइन के पार लेकर जाया करता है, जिसे पृथ्वी के वायुमंडल और आउटर स्पेस की सीमारेखा माना जाता है।