तेलअवीव। इजरायल और हमास के बीच कई महीनों से जंग चल रही है। अब तक हजारों लोगों की मौत हो गई है। हालात इतने खराब हैं कि दोनों ही देशों में इस जंग को लेकर घमासान शुरु हो गया है। वहां के लोग अब युद्ध से ऊब गए हैं। वे जंग नहीं शांती चाहते हैं। राफा पर तेज होती जंग के बीच इजरायल में भी उथल-पुथल मच गई है। साथी मंत्रियों ने नेतन्याहू को अल्टीमेटम जारी करते हुए सरकार से अपना समर्थन वापस लेने की धमकी दी। वॉर कैबिनेट मंत्री ने नेतन्याहू को दो टूक शब्दों में कहा कि अगर वे 8 जून तक गाजा पर अपना प्लान तैयार नहीं करते तो सरकार चलाना भूल जाइए।

इजरायल में युद्ध कैबिनेट मंत्री बेनी गैंट्ज़ ने शनिवार रात प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को एक अल्टीमेटम जारी किया। जिसमें उन्होंने प्रधान मंत्री नेतन्याहू को संदेश में कहा है कि गाजा पर शासन कौन और किस तरह करेगा? इस पर पीएम को जल्द ही फैसला लेना चाहिए। उन्होंने अल्टीमेटम में कहा कि अगर नेतन्याहू इस पर फैसला 8 जून तक नहीं ले लेते तो वे सरकार से अपना समर्थन वापस ले लेंगे। गैंट्ज के इस बयान के बाद नेतन्याहू पर सरकार बचाने का संकट गहरा गया है। आरोप लगाया कि एक तरफ हमारे सैनिक बहादुरी से लड़ रहे हैं दूसरी तरफ हमारे कुछ राजनेता कायरता दिखाते हुए सिर्फ अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगे हैं। हमास के खिलाफ जंग के बीच इजरायल में ही नए संकट से नेतन्याहू को बैचेन कर दिया है। पहले ही वे राफा में जंग शुरू किए जाने से अमेरिका समेत अपने मित्र देशों की आलोचना का सामना कर रहे हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, बेनी गैंट्ज का कहना है कि नेतन्याहू ने हमास के खात्मे के लिए गाजा और अब राफा में जंग शुरू तो कर दी है लेकिन, युद्ध के बाद हमास को बढ़ने से पूरी तरह से रोकने का प्लान तैयार नहीं किया है। बेनी की मांग है कि गाजा पर जीत के बाद वहां शासन किस तरह से होगा, कौन राज करेगा, इस पर अभी भी इजरायली हुकूमत ने अपनी स्थिति साफ नहीं की है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर 8 जून तक इस पर फैसला नहीं लिया जाता तो वे गठबंधन से अपने कदम पीछे हटा लेंगे। गैंट्ज़ ने कहा कि उनका मानना ​​​​है कि हमास के 7 अक्टूबर के नरसंहार से शुरू हुआ युद्ध हाल के कुछ महीनों में इज़रायल के कुछ नेताओं की कायरता के कारण भटक रहा है। गैंट्ज़ ने कहा, एक तरफ इजरायली सैनिक हमास के खिलाफ मोर्चे में अविश्वसनीय बहादुरी दिखा रहे हैं, जबकि वे लोग जिन्होंने उन्हें युद्ध में भेजा, वे कायरता दिखा रहे हैं और अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं।

बेन ने अपनी मांगों को फिर दोहराया। कहा- बंधकों को घर ले आओ, हमास के शासन को उखाड़ फेंको, गाजा पट्टी पर इजरायली सुरक्षा नियंत्रण हासिल करो।गाजा के लिए अमेरिकी, यूरोपीय, अरब और फिलिस्तीनी तत्वों को शामिल करते हुए एक अंतरराष्ट्रीय नागरिक शासन तंत्र बनाया जाए, जो भविष्य के विकल्प के लिए रास्ता निकाले। ईरान और उसके सहयोगियों के खिलाफ और पश्चिम के साथ गठबंधन बनाने की एक व्यापक प्रक्रिया के हिस्से के रूप में सऊदी अरब के साथ सामान्यीकरण को आगे बढ़ाया जाए। नेताओं ने कहा, गाजा की अंधेरी सुरंगों में जहां बंधक नरक की यातनाएं झेल रहे हैं, वहीं हमारे यहां कुछ नेता ऐसे भी हैं जो बकवास में लगे हुए हैं। इजरायल में कुछ राजनेता सिर्फ अपने बारे में सोच रहे हैं। इस बात का अफसोस है कि इजरायली सुरक्षा की कसम हम भूल रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *