कार्यक्रम में बीजेपी के गमछे बांटे, कांग्रेस ने की थी आयोग से शिकायत
रायपुर। लोकसभा चुनाव के बीच एक नया ट्विस्ट सामने आया है। छत्तीसगढ़ की हाई प्रोफाइल सीट कोरबा सीट से कांग्रेस के मौजूदा सांसद ज्योत्सना महंत और बीजेपी से उम्मीदवार सरोज पांडे के बीच रोचक मुकाबला है। 26 अप्रैल बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सभा के बाद समीकरण बदलते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस कार्यक्रम में सरकारी संपत्तियों पर पोस्टर लगाने और बीजेपी के गमछे बांटने के सबूत आयोग के मिले। इसके चलते आयोग ने इसी सभा को लेकर सरोज पांडे से 29 अप्रैल तक जवाब मांगा गया था, आरोप हैं कि सरोज पांडे ने आचार संहिता का उल्लंघन किया है।
अब निर्वाचन आयोग ने पूरी शिकायत पर बड़ी कार्रवाई करते हुए कार्यक्रम स्थल की वीडियोग्राफी और कांग्रेस नेता की शिकायत पर जांच की है। इस दौरान पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के मंच से दिए गए भाषण का भी जिक्र है। बताया जा रहा है कि चुनाव आयोग पूरी कथा का खर्च सरोज पांडे के चुनावी खर्च में जोड़ने का निर्णय लिया है। अब तक कोरबा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रही सरोज पांडे ने अपने खर्च का हिसाब आयोग को सौंप चुकी हैं। इस कार्यक्रम में श्रद्धालुओं और आगन्तुकों को बीजेपी के गमछे बांटे और पहनाए गए। चुनाव आयोग के उड़नदस्ता और वीडियो निगरानी दल की वीडियोग्राफ़ी में यह प्रमाणित भी हो गया है।
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने भी चुनाव आयोग को लिखित शिकायत की थी कि, धीरेंद्र शास्त्री के इस कथा कार्यक्रम के प्रचार प्रसार में बीजेपी प्रत्याशी सरोज पांडे और छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्रियों के फोटो लगाए गए। फोटो फ़्लेक्स को नगर निगम चिरमिरी और नगरपालिका मनेंद्रगढ़ में कई सरकारी संपत्तियों पर लगाए गए। चुनाव आयोग ने बीजेपी प्रत्याशी सरोज पांडे को कारण बताओ नोटिस 26 को जारी किया था। उसमें लिखा था-यह परिलक्षित होता है कि, धार्मिक आयोजन की आड़ में राजनीतिक हित साधने का प्रयास किया गया है। सरकारी संपत्तियों पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बागेश्वर धाम की फ़ोटो के साथ पोस्टर चस्पा कर राजनीतिक प्रचार प्रसार किया गया है। कार्यक्रम समापन के दौरान पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मंच से आयोजकों के नाम की जानकारी दी और उन्हें आशीर्वाद दिया इन्हीं नाम में कोरबा प्रत्याशी सरोज पांडे का भी नाम शामिल था। इसके बाद सरोज पांडे की मुश्किलें लगातार बढ़ती गई।