राफा में मिलिट्री ऑपरेशन के विरोध में बाइडेन बोले

वाशिंगटन । बाइडेन ने नेतन्याहू को चेतावनी दी है कि अगर इजराइली सैनिक राफा में घुसे तो वे इजराइल को दिए जाने वाले हथियारों की सप्लाई रोक देंगे। बाइडेन ने कहा है कि इजराइल को राफा में मिलिट्री ऑपरेशन और अमेरिकी हथियारों के बीच किसी एक को चुनना होगा। अमेरिका अब तक इजराइल को दिए जाने वाले हथियारों की एक खेप को रोक चुका है। 2 हजार पाउंड के बमों की एक खेप इजराइल भेजी जानी थी। जिसे पिछले हफ्ते रोक दिया गया। पिछले 7 महीनों से जारी जंग के बीच ऐसा पहली बार हुआ।

बाइडेन ने माना कि अमेरिका के हथियारों से गाजा में आम नागरिकों की मौत हुई है। अमेरिका का मानना है कि इजराइल अमेरिका से मिलने वाले बमों का इस्तेमाल राफा के रिहायशी इलाकों में हमलों के लिए कर सकता है। जबकि अमेरिका नहीं चाहता की इजराइल राफा मिलिट्री ऑपरेशन को अंजाम दें।

अभी रिहायशी इलाकों पर हमला नहीं किया

इजराइल ने 7 मई हमास के सीजफायर डील मंजूर करने के बाद गाजा के आखिरी हिस्से राफा में मिलिट्री ऑपरेशन की शुरुआत कर दी थी। बमबारी में 22 लोग मारे गए थे, इनमें 8 बच्चे थे। वहीं इजराइली सैनिकों ने मिस्र को बॉर्डर से लगती राफा क्रॉसिंग पर भी कब्जा कर लिया था। 1 लाख लोगों को इलाका छोड़ देने की चेतावनी दी गई थी। वहीं, बाइडेन का कहना है कि इजराइल ने अभी तक राफा के रिहायशी इलाकों में हमले नहीं किए हैं। हम शुरुआत से ही राफा पर हमले का विरोध करते रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से लगातार इजराइल को हथियार भेज रहे हैं। अमेरिका राष्ट्रपति का मानना है कि इजराइल को उसकी सुरक्षा का अधिकार है। पिछले कुछ समय से इजराइल को मदद देने पर बाइडेन को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। अमेरिकी यूनिवर्सिटीज में फिलिस्तीन के समर्थन में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। कई अमेरिकी सांसद भी इजराइल को भेजी जाने वाली मदद पर सवाल उठा चुके थे। इसी कारण से बाइडेन ने इजराइल को भेजी जाने वाली हथियारों की खेप में कमी करनी पड़ी है।

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