नई दिल्ली । मालदीव में मोहम्मद मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद से दोनों देशों में खटास आ गई है। मालदीव के तीन मंत्रियों ने पीएम मोदी को लेकर अभद्र टिप्पणी की जिसके बाद भारत में मालदीव बॉयकाट का ट्रेंड शुरु हो गया। मालदीव की इकोनॉमी में भारतीय पर्यटकों का बड़ा योगदान है। इसके बाद साल 2024 में मालदीव के अंदर भारतीय पर्यटकों की संख्या में गिरावट आने के बाद अब मालदीव परेशान दिख रहा है।
जिसके बाद मालदीव मार्केटिंग एंड पब्लिक रिलेशंस कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक फातिमथ तौफीक ने खुलासा किया है कि भारतीय पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए अब नए प्रयास शुरू किए हैं। मालदीव पर्यटन बोर्ड के एमडी ने बताया कि जैसे ही पर्यटन मंत्रालय ने साल 2024 में भारतीय पर्यटकों की संख्या में गिरावट देखी, उन्होंने भारतीय बाजार को आकर्षित करने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। मालदीव पर्यटन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2021 से 2023 के बीच मालदीव में सबसे अधिक भारतीय पर्यटक पहुंचे, लेकिन विवाद के बाद भारतीय टूरिस्टों की रैंकिंग पहले से छठे स्थान पर खिसक गई है।
उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि अगर लंबे समय तक भारतीय टूरिस्ट मालदीव से दूरी बनाते हैं, मालदीव को बड़ा झटका लग सकता है। इस बीच फातिमाथ ने कहा कि हम भारतीय बाजार से पर्यटकों की आवक बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय पर्यटकों की आवक बढ़ाने के लिए सीजन से पहले भी अभियान चलाए जा रहे हैं। इसके लिए मालदीव ने भारत सरकार से भी मदद मांगी है। भारतीय बाजार में मालदीव पर्यटन ब्रांड को बढ़ावा देने के लिए कई एयरलाइंस के साथ मालदीव पर्यटन विभाग ने समझौता किया है। एमडी ने बताया कि वे इसतरह के अभियान चलाएंगे, जिससे पर्यटकों की संख्या बढ़ सके।