गुना : मध्यप्रदेश में 29 लोकसभा सीटों पर चुनाव जीतने के संकल्प को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह कांग्रेस के सभी नेताओं को रोज-रोज निशाने पर ले रहे हैं। इसी के चलते गृहमंत्री अमित शाह ने कल खिलचीपुर की सभाओं में जहां एक ओर गुना-शिवपुरी क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार महाराजा ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर जितनी अच्छी और जितनी बड़ी मार्केटिंग की है वह अब गुना वालों के इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों से दर्ज हो गया है। राष्ट्रीय हिन्दी मेल की टीम ने गृहमंत्री अमित शाह के भाषण को सुनने के बाद यह लिखने में संकोच नहीं करता कि, स्वर्गीय राजमाता सिंधिया की बदौलत भाजपा का यह विशाल संगठन खड़ा हुआ है। अमित शाह ने अपने भाषण में गुना वालों से विनम्रता से अपील की और कहा कि, ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिया गया प्रत्येक वोट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री फिर से बनाएगा। अमित शाह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को जिताने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की 10 साल की उपलब्धियों को सिलसिलेवार गिनाया लेकिन काश्मीर से धारा 370 हटाना, तीन तलाक समाप्त करना और मुस्लिम पर्सनल लॉ समाप्त करने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देते हुए राम मंदिर के मुद्दे को भी मैदान में उतार दिया।
अमित शाह ने राजगढ़ की सभा में दिग्विजय सिंह के कहने पर राहुल गांधी द्वारा अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह का बहिष्कार करने का संगीन आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा राजगढ़ वालों दिग्गीराजा से पूछो क्या मेंडेड मांगने आए हो, राजगढ़ को छोड़कर भोपाल भाग गए थे, अब राजगढ़ को क्या बंटाढार बना दोगे। अमित शाह का सिर्फ इतना ही कहना था कि आम सभा में तीन मिनट तक तालियां गूंजती रहीं। ठीक इसी प्रकार के भाषण अमित शाह ने खिलचीपुर में भी दिए और तो और उन्होंने दिग्विजय सिंह पर आशिक होने का आरोप लगा दिया और यहां तक कहा कि राजगढ़ वालों दिग्गीराजा की आशिकी का जनाजा तब निकलेगा जब आप भाजपा के उम्मीदवार रोड़मल नागर को भारी मतों से जिताओगे। उधर दूसरी ओर दिग्विजय सिंह कल से मिशन राजगढ़ पर गांव-गांव घूम रहे हैं। वे दावे कर रहे हैं कि, उनके मुख्यमंत्री रहते हुए 10 साल के कार्यकाल में राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र का बहुत विकास हुआ है। राजा दिग्विजय सिंह के अनुसार 10 साल के कार्यकाल का परिणाम है कि, मप्र में पंचायती राज स्थापित हुआ, किसान शक्तिशाली बने और पंचायतें आत्मनिर्भर हुईं। दिग्विजय सिंह के पास वैसे तो बहुत कुछ कहने को तो नहीं है क्योंकि उनके 10 साल के कार्यकाल में बिजली, सड़क, पानी का संकट राजगढ़ में सबसे ज्यादा गहराया था। गर्मियों में तो ब्यावरा जैसे इलाकों में एक-एक बूंद पानी के लिए तरस जाते थे लोग। भाजपा के उम्मीदवार रोड़मल नागर इन्हीं मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे हैं। दिग्विजय सिंह और रोड़मल नागर में अंतर केवल इतना है कि, रोड़मल नागर के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं और उनके कार्यकाल में किया गया काम जिसमें बिजली, सड़क, पानी के अभाव से राजगढ़ जिला मुक्त हो गया है और रोड़मल नागर के पास प्लस में सभी गांवों में स्वच्छता अभियान 100 प्रतिशत सफल तथा प्रधानमंत्री आवास और आयुष्मान योजना रोड़मल नागर के लिए ब्रम्हास्त्र बन गया है। परन्तु दिग्विजय सिंह के साथ प्लस प्वाइंट यह है कि राजगढ़ जिले के हर गांव में शहरों के हर वार्ड में वे लोगों को नाम से जानते हैं और फिर उनके साथ उनके पुत्र जयवर्धन सिंह की टीम का जोर-शोर से प्रचार अभियान जारी है।
केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह भाजपा उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया और रोड़मल नागर को जिताने के लिए राहुल बाबा, खडग़े महाराज और दिग्विजय सिंह तीनों को निशाने पर ऐसा लिया है कि, गुना और राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र में अमित शाह के भाषणों का हड़कंप और शोर दोनों चर्चा में हैं लेकिन राजगढ़ में रोड़मल नागर के जीतने की स्थिति को कमजोर करते हुए दिग्विजय सिंह हारने की स्थिति से उबरकर फाइट में आ गए हैं ऐसा कहा जाए तो चौंकिएगा मत।