पटना। बिहार में भले ही जेडीयू का कुनबा लेकर सीएम नीतीश कुमार ने एनडीए का दामन थाम लिया है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि अब भाजपा के लिए कोई चुनौती नहीं रही। जिस तरह राजद और कांग्रेस अपनी जमीनी ताकत दिखाकर भाजपा को अपनी ताकत दिखाने की कोशिश कर रहे हैं उसे पूरी तरह नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। शायद यही वजह है कि भाजपा के दिग्गज नेताओं की नजर बिहार पर है। वे बार बार दौरे कर रहे हैं और अपनी रणनीति में भी बदलाव करते नजर आ रहे हैं। यहां कल यानी 21 अप्रैल को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कटिहार में चुनाव रैली करेंगे तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 अप्रैल को पांचवी बार बिहार में चुनावी सभा करेंगे।
लोकसभा चुनाव के घमासान के बीच पीएम मोदी अप्रैल महीने में चौथी बार बिहार के दौरे पर आ सकते हैं। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी 26 अप्रैल को मुंगेर और अररिया में चुनावी रैली को संबोधित कर सकते हैं।
बिहार में वोटर्स को साधने और एनडीए के प्रत्याशियों के समर्थन में पीएम मोदी समेत बीजेपी के दिग्गज नेता जी-जान से जुट गए हैं। वहीं गृहमंत्री अमित शाह का अप्रैल महीने में ये दूसरा बिहार दौरा है। 21 अप्रैल को कटिहार में चुनावी रैली करेंगे, तो वहीं इससे पहले शाह ने गया में चुनावी रैली को संबोधित किया था। इससे पहले पीएम मोदी ने पूर्णिया और गया की रैली में महागठबंधन और आरजेडी पर जमकर निशाना साधा था। लालू यादव की राजद को जंगलराज, भ्रष्टाचार का प्रतीक बताया था। वहीं कांग्रेस पर सनातन का अपमान करने का आरोप मढ़ा था। ऐसे में एक बार फिर से पीएम मोदी की अगर अररिया और मुंगेर में जनसभ होती है। तो एक बार फिर से बिहार का सियासी पारा चढ़ने वाला है। बता दें 26 अप्रैल को बिहार में दूसर चरण का मतदन है। जिसमें किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर और बांका सीट पर वोटिंग होगी। और इसी दिन पीएम मोदी बिहार में दो जगह मुंगेर- अररिया में चुनावी रैली कर सियासी माहौल को परखेंगे। बिहार में अब तक पीएम मोदी 5 से ज्यादा रैलियां कर चुके हैं। दूसरे चरण में जिन 5 सीटों पर मतदान होना है। उनमें किशनगंज छोड़कर बाकी सभी पर जेडीयू का कब्जा है।