मॉस्को । रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जून में यूक्रेन शांति वार्ता के नियोजित दौर का मजाक उड़ाकर कहा कि यह इतना दुखद नहीं होता, तब हास्यास्पद होता अगर रूस को दो युद्धरत पक्षों में शांति लाने के लिए वार्ता की मेज पर आमंत्रित नहीं किया जाता है। सप्ताह की शुरुआत में स्विस सरकार ने दो साल से अधिक के विनाशकारी युद्ध के बाद यूक्रेन में शांति के लिए आगे बढ़ने के रास्ते पर चर्चा करने के लिए 100 से अधिक देशों को आमंत्रित करते हुए एक उच्च-स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने की योजना की घोषणा की है। उन्होंने उम्मीद जाहिर कि रूस भविष्य में शांति प्रयासों में संभावित रूप से भाग ले सकता है।

रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने चेतावनी दी थी कि अगर यूक्रेन के साथ संभावित युद्धविराम वार्ता मास्को के हितों को ध्यान में नहीं रखती है, तब यह समय की बेकार बर्बादी हो सकती है। पुतिन ने बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ बैठक के दौरान कहा कि वह यूक्रेन-थीम शिखर सम्मेलन को एक तरह का एक सनकी शो मानते हैं। पुतिन ने मजाक उड़ाते हुए कहा कि वे मानते हैं कि हम वहां के नहीं हैं। और साथ ही उनका कहना है कि हमारे बिना कुछ भी सुलझाना नामुमकिन है। पुतिन ने कहा कि यूक्रेन को बंदूक की नोक पर समझौतों पर हस्ताक्षर नहीं करवाना चाहिए और कीव से अपने सैनिकों को वापस नहीं लेना चाहिए। लेकिन फिर पश्चिम के दबाव में यूक्रेनी पक्ष इन समझौतों से बाहर निकल गया। पुतिन ने कहा कि ऐसा करने के तुरंत बाद, हमारे समझौतों को कूड़ेदान में फेंक दिया गया।

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