नई दिल्ली। अत्याधुनिक हथियार और आधुनिक संसाधनों से भारतीय सेना लगातार मजबूत होती जा रही है। हाल ही में रक्षा मंत्रालय ने भारतीय वायु सेना के लिए स्‍वदेशी 97 हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए एमके-1ए) तेजस की खरीद के लिए सरकारी एयरोस्पेस प्रमुख हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को एक निविदा जारी की है। इन विमानों की कीमत लगभग 67,000 करोड़ रुपये होगी। तेजस विमान हवाई युद्ध और आक्रामक हवाई सहायता मिशन के लिए बेहद शक्तिशाली माना जाता है, जबकि टोही और जहाज-रोधी अभियान इसकी सेकेंडरी रोल हैं। नवंबर में रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) ने भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के लिए 97 और तेजस जेट खरीदने की परियोजना को मंजूरी दे दी थी। अधिकारियों ने बताया कि डीएसी ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा अपने एसयू-30 लड़ाकू बेड़े को अपग्रेड करने के भारतीय वायुसेना के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा तैयार किए गए स्‍वदेशी लड़ाकू विमान काफी हल्‍का और ताकतवर कॉम्बेट विमान है, अमेरिका भी इसकी तारीफ कर चुका है। 8 से 9 टन वजन लेकर उड़ान भरने की क्षमता रखने वाला तेजस कई तरह के हथियार और मिसाइल ले जा सकता है।यह विमान इलेक्ट्रानिक रडार, दृश्य सीमा से परे (बीवीआर) मिसाइल, इलेक्ट्रानिक वारफेयर (ईडब्ल्यू) सूट और हवा से हवा में ईंधन भरने (एएआर) की महत्वपूर्ण परिचालन क्षमताओं से लैस है। छोटे रनवे से टेकऑफ करने की क्षमता रखने वाले इस विमान से एक साथ 10 टारगेट को ट्रैक करते हुए हमला करने की क्षमता है। बता दें कि अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, मलेशिया समेत कई देश इस ताकतवर लड़ाकू विमान को खरीदने में दि‍लचस्‍पी दिखा चुके हैं। वायुसेना ने 2021 में दुबई एयर शो, 2022 में सिंगापुर एयर शो जैसी अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में इस विमान को प्रदर्शित किया था।

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