नई दिल्ली। एनसीपी से एनडीए में शामिल हुए प्रफुल्ल पटेल के खिलाफ चल रहा एक भ्रष्टाचार का केस सीबीआई ने बंद कर दिया है। ये मामला उस वक्त का है जब पटेल केंद्र में सिविल एविएशन मिनिस्टर थे। उस समय यानी 2008-09 में केंद्रीय मंत्री रहते हुए उन्होंने अपने करीबी दीपक तलवार को फायदा पहुंचाने के लिए एयर इंडिया के रुटस को प्राइवेट एयरलाइन्स में बांटने में मदद की थी। इसके बाद इस मामले ने काफी तूल पकड़ा और जांच के लिए सीबीआई को सौंप दिया गया। मामले की जांच चल ही रही थी कि प्रफुल्ल पटेल एनडीए में अजीत पवार के साथ शामिल हो गए। अब खबर आ रही है कि सीबीआई ने इस मामले को लेकर क्लोजर रिपोर्ट फाइल कर दी है। जानकारी के मुताबिक 19 मार्च को सीबीआई ने इस मामले में राउज अवेन्यू कोर्ट के विशेष जज (सीबीआई) के सामने क्लोजर रिपोर्ट फाइल की है। कोर्ट ने इस रिपोर्ट पर विचार करने के लिए 15 अप्रैल की तारीख दी है। बता दें कि जुलाई में अजित पवार ने प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल समेत अन्य सीनियर 6 नेताओं के साथ शरद पवार का साथ छोड़ दिया था। फिलहाल अजित पवार और उनके समर्थक महाराष्ट्र की एकनाथ सरकार का हिस्सा हैं।

 

सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में 2017 में सीबीआई जांच का आदेश दिया था। यह 840 करोड़ के कथित घोटाले से जुड़ा केस था। हालांकि सीबीआई का कहना है कि इस मामले में किसी गड़बड़ी का कोई सबूत नहीं मिला इसलिए क्लोजर रिपोर्ट फाइल कर दी गई है। अब विशेष अदालत को तय करना है कि रिपोर्ट को स्वीकार किया जाए या फिर आगे जांच का आदेश दिया जाए। एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल के खिलाफ भ्रष्टाचार के एक मामले को सीबीआई ने बंद कर दिया है। जानकारी के मुताबिक सीबीआई ने उनके खिलाफ एयर इंडिया-इंडियन एयरलाइन्स मर्जर मामले में क्लोजर रिपोर्ट फाइल कर दी है। बता दें कि मर्जर के वक्त प्रफुल्ल पटेल केंद्र में सिविल एविएशन मिनिस्टर थे। बता दें कि बीते साल जुलाई में अजित पवार के साथ प्रफुल्ल पटेल भी एनडीए में शामिल हो गए थे। रिपोर्ट के मुताबिक कथित घोटाले में संदिग्ध होने के चलते सीबीआई और ईडी ने उनसे पूछताछ की थी। दरअसल 2019 में ईडी ने विशेष अदालत को बताया था कि इस घोटाले के आरोपी और बिचौलिए दीपक तलवार प्रफुल्ल पटेल के करीबी थे। 2008-09 में केंद्रीय मंत्री रहने के दौरान उन्होंने दीपक को फायदा पहुंचाया था। दीपक ने एयर इंडिया के रूट्स को प्राइवेट एयरलाइन्स में बांटने में मदद की थी।

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