नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की फिलहाल मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रहीं हैं। उनकी 28 मार्च को ईडी की रिमांड खत्म होगी,इसके बाद सीबीआई भी उन पर शिकंजा कस सकती है। ईडी के ऐक्शन के बाद अब सीबीआई भी केजरीवाल के खिलाफ कार्रवाई में तेज कर सकती है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने शुक्रवार को केजरीवाल को मनी लॉन्ड्रिंग केस में 28 मार्च तक के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया है।रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने बताया कि एक बार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रिमांड खत्म हो जाने के बाद सीबीआई भी केजरीवाल की कस्टडी लेने के लिए अदालत का रुख कर सकती है। सीबीआई भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अपराध की जांच कर रही है। सीआई इस मामले में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और कई अन्य को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। सीबीआई ने मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका का विरोध करते हुए इस सोमवार एक अदालत को यह भी बताया था कि शराब घोटाले में कुछ हाई-प्रोफाइल गिरफ्तारियां हो सकती हैं। बता दें कि, सीबीआई ने बीते साल अप्रैल 2023 में केजरीवाल से शराब घोटाले में कथित भ्रष्टाचार की जांच के संबंध में 9 घंटे तक पूछताछ की थी। इसके बाद सीबीआई प्रवक्ता ने कहा था, दिल्ली के मुख्यमंत्री को इस मामले में पूछताछ करने और कथित घोटाले से संबंधित विभिन्न सवालों के जवाब देने के लिए सीआरपीसी की धारा 160 के तहत नोटिस जारी किया गया था। वह आज जांच में शामिल हुए और उनका बयान 161 सीआरपीसी के तहत दर्ज किया गया है। बयान को वैरिफाई किया जाएगा और उपलब्ध सबूतों से मिलान किया जाएगा। पूछताछ के दौरान, सीबीआई ने मामले में गिरफ्तार लोगों से कुछ खुलासे और एक गायब फाइल के ठिकाने पर जवाब मांगा था। इसमें यह भी पूछा गया था कि क्या केजरीवाल ने गिरफ्तार शराब कारोबारी समीर महेंद्रू से फेसटाइम पर बात की थी और उन्हें आप के गिरफ्तार कम्युनिकेशन हेड विजय नायर के निर्देशों का पालन करने के लिए कहा था।