नई दिल्ली । राहुल गांधी की न्याय यात्रा का मुंबई के शिवाजी पार्क में समापन हुआ। इस दौरान कई इंडी गठबंधन में शामिल विपक्षी दल इसमें शामिल हुए। राहुल गांधी ने अपने संबोधन में हिंदू धर्म की शक्ति का इस्तेमाल कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया। पीएम मोदी ने शक्ति शब्द को पकडक़र तेलंगाना की चुनावी रैली में राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला। खुद को घिरते हुए देखकर राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट कर खुद का बचाव किया है। राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी को मेरी बातें अच्छी नहीं लगतीं। वह किसी न किसी तरह उन्हें घुमाकर वह उनका अर्थ हमेशा बदलने की कोशिश करते हैं, क्योंकि वह जानते हैं कि मैंने एक गहरी सच्चाई बोली है। जिस शक्ति का मैंने उल्लेख किया, जिस शक्ति से हम लड़ रहे हैं, उस शक्ति का मुखौटा मोदी जी हैं। किसान कर रहा आत्महत्या उन्होंने आगे कहा कि वह एक ऐसी शक्ति है, जिसने आज, भारत की आवाज को, भारत की संस्थाओं को, सीबीआई, आईटी, ईडी को, चुनाव आयोग को, मीडिया को, भारत के उद्योग जगत को, और भारत के समूचे संवैधानिक ढांचे को ही अपने चंगुल में दबोच लिया है। उसी शक्ति के लिए नरेंद्र मोदी जी भारत के बैंकों से हजारों करोड़ के कर्ज माफ कराते हैं, जबकि भारत का किसान कुछ हजा रुपयों का कर्ज न चुका पाने पर आत्महत्या करता है। देश की मीडिया दबा रही सच्चाई उन्होंने कहा कि उसी शक्ति को भारत के बंदरगाह, भारत के हवाई अड्डे दिये जाते हैं, जबकि भारत के युवा को अग्निवीर का तोहफा दिया जाता है, जिससे उसकी हिम्मत टूट जाती है। उसी शक्ति को दिन रात सलामी ठोकते हुए देश की मीडिया सच्चाई को दबा देती है। मैंने नहीं किया धार्मिक शक्ति का जिक्र उन्होंने कहा कि उसी शक्ति के गुलाम नरेंद्र मोदी जी देश के गरीब पर त्रस्ञ्ज थोपते हैं, महंगाई पर लगाम न लगाते हुए, उस शक्ति को बढ़ाने के लिए देश की संपत्ति को नीलाम करते हैं। उस शक्ति को मैं पहचानता हूं, उस शक्ति को नरेंद्र मोदी जी भी पहचानते हैं, वह किसी प्रकार की कोई धार्मिक शक्ति नहीं है, वह अधर्म, भ्रष्टाचार और असत्य की शक्ति है। इसलिए जब जब मैं उसके खिलाफ आवाज उठाता हूं, मोदी जी और उनकी झूठों की मशीन बौखलाती है, भडक़ जाती है।