तिरुवनंतपुरम में इसरो के विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र में चारों को लाया जायेगा दुनिया के सामने …
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान की घोषणा की थी. इसके बाद से संभावित अंतरिक्ष यात्रियों के नाम गोपनीयता बरती गई है. हालांकि टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपनी एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से इस मिशन पर जाने वाले एस्ट्रोनॉट्स के नामों का खुलासा किया है. रिपोर्ट के मुताबिक गगनयान मिशन के लिए चुने गए अंतरिक्ष यात्रियों में प्रशांत नायर, अंगद प्रताप, अजीत कृष्णन और चौहान (पूरा नाम तत्काल उपलब्ध नहीं) हैं. ये सभी या तो विंग कमांडर हैं या फिर ग्रुप कैप्टन. ये चारों, बेंगलुरु में अंतरिक्ष यात्री ट्रेनिंग फैसिलिटी में ट्रेनिंग ले रहे हैं. ये सभी मंगलवार (27 फरवरी) को तिरुवनंतपुरम में इसरो के विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र में होंगे जहां पीएम मोदी उनका परिचय दुनिया से कराएंगे.
12 में से 4 का कई टेस्ट के बाद हुआ सलेक्शन
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक अंतरिक्ष यात्री बनने के लिए नामांकित कई टेस्ट पायलटों में से 12 ने बेंगलुरु में सितंबर 2019 में चयन के पहले स्तर को पार कर लिया। चयन भारतीय वायु सेना के अंतर्गत आने वाले संस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन (IAM) द्वारा किया गया था. 2020 की शुरुआत में, इसरो ने चारों को शुरुआती ट्रेनिंग के लिए रूस भेजा, जो कि कोविड-19 के कारण हुई कुछ देरी के बाद 2021 में पूरा हुई.
गगनयान मिशन के लिए ‘क्रायोजेनिक इंजन’ परीक्षण में रहा सफल
बता दें इसरो ने 21 फरवरी को जानकारी दी थी कि ‘सीई-20 क्रायोजेनिक इंजन’ अंतरिक्षयात्री वाले गगनयान मिशन के लिए अंतिम परीक्षणों में सफल साबित हुआ है. क्रायोजेनिक इंजन, गगनयान मानव अंतरिक्ष मिशन के लिए एलवीएम प्रक्षेपणयान के ‘क्रायोजेनिक चरण’ को शक्ति प्रदान करता है. इसरो ने यह भी कहा कि गगनयान अभियान के लिए सीई20 इंजन के सभी जमीनी परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे कर लिए गए हैं.