कोलकाता। भाजपा को टक्कर देने के लिए खड़ा हुआ महागठबंधन अब अंतिम सांसे गिनता दिख रहा है। सबकी अपनी अपनी राय है और अपनी मर्जी से खुद ही निर्णय ले रहे हैं,कोई किसी की सुनने को तैयार नहीं है। इसी बीच खबरें आ रहीं है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपना अलग गुट बना सकते हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 21 फरवरी यानी अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर पंजाब का दौरा कर सकती हैं। यह भी पता चला है कि इस कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जा चुका है। हालांकि, वह पंजाब का दौरा क्यों कर रही हैं, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री 21 फरवरी को पंजाब का दौरा करेंगी। उन्हें वहां स्वर्ण मंदिर जाना है। वह पंजाब में आप नेताओं के साथ बैठक कर सकती हैं। गौरतलब है कि इंडिया गठबंधन में कांग्रेस की भूमिका बदल गई है। आप और तृणमूल ने कुछ बिंदुओं पर नीतिगत गठबंधन कर लिया है। एक तरफ जहां तृणमूल ने पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, वहीं आप ने पंजाब में सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारने की बात कही है। कांग्रेस पहले ही बार-बार अपने सुर नरम कर चुकी है। उधर, ममता बनर्जी ने बार-बार क्षेत्रीय दलों से लोकसभा चुनाव लड़ने का आह्वान किया है। राष्ट्रीय राजनीति में ममता बनर्जी की अहमियत एक बार फिर बढ़ गई है।