कई जिलों में बारिश की संभावना बरकरार

भोपाल । प्रदेश के कई जिलों में बारिश होने के कारण ठिठुरन बढ गई है। इसी वजह से पारा भी लुढका है। ठिठुरन की वजह से लोगों को अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है। वहीं वर्षा के बाद कोहरा भी छाया। इस वक्त समूचा उत्तर भारत कड़ाके की ठंड की चपेट में है। पश्चिम उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात है। नमी 90 प्रतिशत तक आ रही है। वातावरण में नमी अधिक होने से कहीं हल्का तो कहीं घना कोहरा छा रहा है। इसलिए हो रही वर्षा मौसम विभाग के विज्ञानी के अनुसार एक ट्रफ लाइन जो सेंट्रल उत्तर प्रदेश से लेकर दक्षिण पश्चिम मध्यप्रदेश तक है। जिसके चलते पूर्व और पश्चिम मध्यप्रदेश के भागों में वर्षा देखने को मिल रही है। ऐसा मौसम आगे दो से तीन दिनों तक बना रहने की संभावना है। इसके साथ ही एक सिस्टम अरेबियन सागर पर है जिसके आगे बढ़ने की संभावना है। इसके कारण भी एमपी में वर्षा की गतिविधियों में वृद्धि होने की संभावना है। प्रदेशभर में बुधवार को दिनभर ठिठुरन रही। जिलों में हुई बूंदाबांदी से सर्दी बढ़ गई। प्रदेश में सबसे ठंडा ग्वालियर रहा। यहां दिन का अधिकतम तापमान 14.6 डिग्री दर्ज किया गया। भोपाल में 23.9 डिग्री, इंदौर में 25.2 डिग्री, जबलपुर में 27.4 डिग्री और उज्जैन में 22 डिग्री तापमान रहा। खरगोन, खंडवा, जबलपुर के कुछ इलाकों को छोड़कर पूरा प्रदेश कोहरे की चपेट में है। मौसम केंद्र से मिली मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह 8.30 से बुधवार सुबह 8.30 तक सबसे अधिक वर्षा इंदौर में 3.2 मिलीमीटर , खंडवा 1 मिलीमीटर , उज्जैन में 1 मिलीमीटर और नौगांव में 0.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। वहीं बुधवार को शाम 5.30 बजे तक भोपाल में 1 मिलीमीटर और नौगांव में 2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। पूर्व कृषि संचालक विशेषज्ञ डा.जीएस कौशल ने बताया कि वर्षा से थोड़ा फायदा तो हुआ है, लेकिन लगातार बादल होने के कारण चना में इल्ली लग सकती है।

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