बीजिंग। राजधानी में 1951 के बाद से सबसे लंबी शीतलहर दर्ज की गई है। यहां तापमान जीरो डिग्री पहुंच गया है। जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कड़कड़ाती सर्दी से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। सर्दी के सितम का आलम क्या है इस बात का अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि राजधानी बीजिंग में 70 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बीजिंग में रविवार दोपहर में तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया। 1951 के बाद से पहली बार ऐसा हुआ कि तापमान शून्य डिग्री के नीचे पहुंचा है। 11 दिसंबर को पहली बार तापमान में गिरावट दर्ज की गई थी तब से लेकर अभी तक तापमान जीरो शून्य डिग्री से नीचे ही बना हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार 300 घंटों के ज्यादा का समय हो चुका है लेकिन तापमान में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है।

दिसंबर के महीने में चीन के ज्यादातर शहरों में तेज ठंड पड़ती है। शीत लहर की वजह से उत्तरी चीन के कुछ हिस्सों में तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। शीत लहर की वजह से पूरा बीजिंग बर्फ की सफेद चादर से ढक गया है। चारों तरफ बर्फ ही बर्फ नजर आ रही है। लोगों का घर से निकलना भी मुश्किल हो गया है। बीजिंग में चल रही शीत लहर की वजह से कामकाज पर भी असर पड़ रहा है। शहर में यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। कम विजिबिलिटी की वजह से गाड़ियों को चलाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं मेट्रो सेवा पर भी बर्फबारी के चलते रुकावट पैदा हो रही है। बताया जा रहा है कि दिसंबर की शुरूआत में बर्फबारी के चलते दो मेट्रो की टक्कर हो गई थी जिसमें सैकंड़ों लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। इनमें से कुछ यात्रियों की हड्डियां भी टूट गई थीं। वहीं जियाओजुओ शहर में बीते शुक्रवार को वानफैंग पावर प्लांट में खराबी आ गई, जिससे लोगों को और भी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोग गर्मी के लिए हीटर का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन बिजली न होने की वजह से हीटर भी काम नहीं कर रहा।

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