भोपाल । मध्यप्रदेश में 16वीं विधानसभा के चार दिवसीय विशेष सत्र के अंतिम दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान लाड़ली बहना योजना चलेगी या नहीं, इस सवाल पर हंगामा हो गया। कांग्रेस विधायक रावत ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री से यह जवाब चाहता हूं कि लाड़ली बहना योजना चलेगी या नहीं। इस योजना के हितग्राहियों को महीने में दी जाने वाली राशि दी जाएगी या नहीं, मुख्यमंत्री स्पष्ट करें।
भाजपा विधायक कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि बीजेपी का संकल्प पत्र, संकल्प पत्र नहीं मोदी की गारंटी है। यह गारंटी हर हाल में पूरी होगी। पहले गड्ढे वाली सरकार थी और अंधेरे वाला प्रदेश था, और अब सरप्लस बिजली वाला स्टेट मध्यप्रदेश है। महाकाल लोक बनते ही इंदौर की इकोनॉमी बदल गई। उज्जैन के होटल तो भरते ही हैं, इंदौर में भी होटल फुल होती हैं। प्रतिदिन डेढ़ लाख लोग यहां पहुंचते हैं। विजयवर्गीय ने कहा कि यह विधानसभा बहुत बलिष्ठ और गरिष्ठ है। मोहन यादव की कई विशेषताएं हैं। वह यादव हैं, कुश्ती में माहिर हैं। कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष हैं, तलवार चलाने में माहिर हैं और पढ़ाई में सबसे आगे हैं। इंदौर के मिल मजदूरों के भुगतान को लेकर मुख्यमंत्री यादव ने बड़ा फैसला लिया है। रामनिवास रावत ने कहा कि विधानसभा की जानकारी नहीं मिलती है। सवाल लगाने पर जवाब दिया जाता है कि जानकारी एकत्र की जा रही है। इस पर रोक लगाई जानी चाहिए, जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए ताकि समय पर सवालों के जवाब आ सकें। प्रदेश में कर्ज बढ़ रहा है। 70 प्रतिशत लोग गरीबी झेल रहे हैं। आमदनी तो बढ़ी है लेकिन गरीब और गरीब हो रहा है। अमीर और अमीर हो रहा है। लाड़ली बहना पर सवाल करने पर सदन में हंगामा हो गया। प्रहलाद पटेल ने कहा कि कांग्रेस ने विरासत का अपमान किया है । विरासत के साथ विकास किए जाने की जरूरत है। विपक्ष लाड़ली बहना की बात करता है, हम लखपति बहना बनाएंगे।
बाला बच्चन ने कहा कि संकल्प पत्र में एक करोड़ 31 लाख महिलाओं को 450 रुपए में सिलेंडर देने की बात कही गई है, लेकिन अब तक सिर्फ 22 लाख महिलाओं को 450 रुपए में सिलेंडर दिया जा रहा है। लाड़ली बहनों को आवास योजना का लाभ भी नहीं दिया जा रहा।
कमलनाथ-सोहनलाल की अनुपस्थिति को अनुमति
विधानसभा के इस सत्र में छिंदवाड़ा विधायक कमलनाथ और परासिया विधायक सोहनलाल बाल्मीक अनुपस्थित हैं। उनकी अनुपस्थिति की अनुज्ञा सदन में दी जाएगी। इनके अलावा 2 अन्य विधायक सदन में शपथ के लिए नहीं पहुंचे हैं। उनके आने पर विधानसभा अध्यक्ष उन्हें शपथ दिलाएंगे। बुधवार तक 226 विधानसभा सदस्यों ने सदन में शपथ ली है।