नई दिल्ली । खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत पर निशानासाध रहे कनाडा से गृहमंत्री अमित शाह ने भी सवाल किया है। एक कार्यक्रम के दौरान शाह ने कहा कि कनाडा को बताना चाहिए कि भारत के वॉन्टेड वहां में क्या कर रहे हैं। कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आशंका जताई थी कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स शामिल हो सकते हैं।
एक कार्यक्रम के दौरान शाह ने इस मामले में भारत का पक्ष दोहराया। भारत पहले भी इस हत्या में सामिल होने से इनकार कर चुका है। साथ ही कनाडा पर खालिस्तान समर्थकों को पनाह देने के आरोप लगाए थे। अब शाह ने कहा, ‘हमने पूरी तरह से इन आरोपों से इनकार किया है। उन्हें (कनाडा सरकार) को जवाब देना चाहिए कि भारत में वांछित आतंकी कनाडा में क्या कर रहे हैं। भारत ने साल 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित कर दिया था। इस साल जून में ही उसकी सरी शहर में हत्या हो गई थी। हालांकि, आरोपों के बाद से अब तक कनाडा ने भारत को कोई सबूत नहीं दिए हैं।
ट्रूडो की तरफ से आरोप लगाए जाने के बाद खबरें आई थी कि कनाडा सरकार ने एक भारतीय राजनयिक के खिलाफ ऐक्शन भी लिया था। इसके बाद भारत ने भी बड़ी संख्या में कनाडाई राजनयिकों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। इतना ही नहीं भारत ने कुछ समय के लिए कनाडा में वीजा सेवाओं पर भी रोक लगा दी थी। फिलहाल, सेवा दोबारा शुरू हो चुकी है।
कनाडाई प्रेस न्यूज एजेंसी के साथ साक्षात्कार में ट्रूडो ने कहा था कि उन्होंने 18 सितंबर को यह घोषणा करने का निर्णय लिया था क्योंकि उन्हें लगता था कि यह सूचना मीडिया के मार्फत आखिरकार सामने आ ही जाएगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि उस दिन ‘हाउस ऑफ कमंस’ में उन्होंने जो संदेश दिया था, उसका मकसद कनाडाई को सुरक्षित रखने के लिए ‘ प्रतिरोध के स्तर को बढ़ाना ‘ था।
साक्षात्कार में ट्रूडू ने कहा कि जिस तरह अमेरिका ने सबूत का खुलासा किया उसी तरह, जैसे ही ‘ हम जांच में उस स्तर पर पहुंचेंगे’, कनाडा भी सबूत सामने रख देगा। लेकिन उनका कहना था कि अमेरिकी अधिकारियों ने हत्या के प्रयास की काफी पहले जांच शुरू कर दी थी।