जयपुर। हरियाणा के रोहतक के अस्थल बोहर स्थित बाबा मस्तनाथ मठ के महंत बाबा बालकनाथ राजस्थान के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बने हुए हैं। एक दिन पहले विधानसभा में जीत व अब मुख्यमंत्री बनने की संभावना के चलते मठ में उत्साह का माहौल है। कभी भी महंत बालकनाथ मठ में अपने गुरुओं से आशीर्वाद लेने आ सकते हैं।
बताया जाता है कि महंत बालकनाथ के पिता किसान हैं। वे दो भाई हैं, महंत बालकनाथ बड़े हैं। बचपन से ही उनको मंदिर व गुरुओं के पास जाने का शौक रहा है। छह साल की उम्र में महंत बालकनाथ अपने गुरु महंत चांदनाथ के पास आ गए थे। महंत चांदनाथ जब बीमार थे, उनकी देखभाल महंत बालकनाथ ने ही की थी। उनको आध्यात्मिक, शैक्षणिक व सामाजिक जीवन में तालमेल बनाकर चलना होता है। हर रोज रात ढ़ाई बजे से मठ में आरती शुरू हो जाती है। रात को चाहे महंत बालकनाथ कितनी भी देरी से आए हो, लेकिन समय पर उठकर आरती करते हैं। महंत बालकनाथ साधु संतों से मिलने के साथ-साथ आम लोगों के बीच रहते हैं।
महंत बालकनाथ अभी राजस्थान सरकार के गठन में व्यस्त हैं। मस्तनाथ मठ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से लेकर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत तक आ चुके हैं। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तो लगातार आते रहे हैं। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, बाबा रामदेव, जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर आचार्य अवधेशानंद संत समाज के लोग अक्तूबर माह में मठ में आए थे। यहां बता दें कि राजस्थान की तिजारा सीट से महंत बालकनाथ योगी ने जीत हासिल की है। अब वह मुख्यमंत्री बनने के प्रबल दावेदार बनकर उभरे है। अगर यह संभव हुआ तो यूपी की तरह ही एक योगी राजस्थान का भी मुख्यमंत्री बनकर विश्व पटल पर नाम रोशन करेगा।