जोधपुर, 14 अगस्त। शहर के नांदड़ी स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में बुधवार को एक युवक का टुकड़े-टुकड़े शरीर एक प्लास्टिक बैग में मिला था। शुक्रवार को युवक की शिनाख्त मेड़ता सिटी निवासी राजस्थान कृषि विभाग के AAO चरणसिंह उर्फ सुशील जाट के रूप में हुई। खुलासा हुआ कि हत्या पत्नी सीमा ने बड़ी बहनों और एक बहन के बॉयफ्रैंड के सहयोग से की, और शव के इलेक्ट्रिक कटर से टुकड़े किया व प्लास्टिक बैग में पैक कर सीवेज-ट्रीटमेंट प्लांट में बहा दिया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक सीमा लेस्बियन थी और पति और अपनी पार्टनर के साथ ही रहना चाहती थी। पुलिस ने तीनो हत्यारोपी बहनों और सहयोगी भीयाराम को गिरफ्तार कर लिया है।
दो बैग्स में टुकड़े-टुकड़ा मिला सुशील, सिर मिला-धड़ अब भी गायब
डीसीपी जोधपुर ईस्ट धर्मेन्द्र सिंह यादव ने जानकारी दी कि नांदड़ी सीवेज-ट्रीटमेंट प्लांट में बुधवार को एक व्यक्ति के हाथ-पांव प्लास्टिक बैग में मिले थे। बाद में शाम को वहीं दूसरे बैग में सिर भी मिला। प्लास्टिक बैग पर छपे दुकान के नाम के आधार पर दुकानदार से तहकीकात की गई तो पता चला कि मृतक मेड़ता सिटी के निकट खाकड़की निवासी सुशील चौधरी है, मृतक के परिजनों ने भी शिनाख्त कर इसकी तस्दीक कर दी। छानबीन करने पर सुशील की पत्नी सीमा की ओर शक की सुई घूमी।
पत्नी लेस्बियन निकली, इसीलिए की पति की हत्या
डीसीपी यादव के मुताबिक 2013 में सुशील की सीमा से शादी हुई थी, लेकिन दोनों परिवारों में विवाद की वजह से अब गौना नहीं हुआ था। परिवारों में गौने की रज़ामंदी हो गई, लेकिन सीमा पति के साथ जाकर रहने को तैयार नहीं थी। सुशील जब भी सीमा के पास जाता तो शादी का हवाला देकर संबंध बनाने का दबाव बनाता था। जबकि सीमा की उसमें कोई दिलचस्पी नहीं थी, उसके किसी गर्लफ्रैंड के साथ लैस्बियन संबंध थे। सुशील के लगातार दबाव बनाने पर सीमा ने उसे ठिकाने लगाने की योजना बना ली।
पार्टी और सुलह कराने का झांसा दे सालियों ने सुशील को बुलाया घर
सीमा अपनी दो बहनों बबीता व प्रियंका के साथ जोधपुर के नांदड़ी सिटी क्षेत्र में किराए के मकान में रहती है। उसकी बहन प्रियंका व बॉयफ्रैंड भीयाराम एक ही कंपनी काम करते हैं। सीमा ने अपनी दोनों बहनों व भीयाराम को योजना में शामिल किया। दो दिन पूर्व सीमा ने सुशील को अपने घर बुलाया। सीमा ने उसे नींद की गोलियां मिला कोल्ड ड्रिंक पिलाया। इसके बाद सुशील को शराब भी पिलाई गई। शराब का नशा अधिक होने पर सीमा ने बहनों केसहयोग से गला दबा कर हत्या कर दी। हत्या के बाद इलेक्ट्रिक कटर की मदद से शव के टुकड़े किए, और प्लास्टिकबैग्स में पैक कर दिया। रात में भीयाराम की कार से इन टुकड़ों को तीन अलग-अलग स्थान पर फेंक दिया।
तीनों बहनें नौकरीपेशा, पति से हो चुकीं है अलग
अपनी बहनों के साथ मिलकर पति की हत्या करने वाली सीमा तीनों बहनों में सबसे छोटी है। उसने वेटनरी नर्सिंग का पाठ्यक्रम कर रखा है। साथ ही वह एक स्थान पर नौकरी भी कर रही थी। वहीं उसकी बड़ी बहन बबीता एएनएम करने के बाद अब बीए कर रही थी और नौकरी भी कर रही थी। जबकि प्रिया ने बीए कर रखा है। बबीता और प्रिया भी पति को छोड़ चुकी हैं।
दो माह पहले ही एएओ पद पर हुआ था चयनित
नागौर जिले के मेड़ता सिटी थानांतर्गत खाकड़की निवासी चरणसिंह जाट (जाजड़ा) उर्फ सुशील (27) पुत्र नेमाराम करीब दो महीने पहले ही कृषि विभाग में एएओ पद पर चयन हुआ। डेगाना के खुड़ी पंडवाला में पोस्टिंग हुई थी। इससे पहले वह बैंक में नौकरी करता था। बैंक की नौकरी छोड़ उसने नई नौकरी ज्वाइन की थी। सुशील 10 अगस्त को घर से निकला था, लेकिन वापस नहीं लौटा।
ऐसे हत्यारी पत्नी तक पहुंची पुलिस
तीनों बहनों ने मानव अंग जिस प्लास्टिक बैग में पैक कर बहाए गए थे, वहीं उनकी पहचान का कारण बनी। दो प्लास्टिक बैग में से एक पर पाली जिले के आनंदपुर कालू का व दूसरा मेड़ता सिटी के किसी दुकान का पता छपा था। पुलिस ने दोनों स्थान पर तहकीकात कराई तो मेड़ता सिटी के दुकानदार ने सुशील की शिनाख़्त कर ली। इसके बाद कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए पुलिस ने तीनों बहनों पर शिकंजा कस दिया। पूछताछ में तीनों बहनों ने स्वीकार किया कि उन्होंने मिलकर सुशील की हत्या की