जयपुर, 13 अगस्त। सचिन पायलट और अशोक गहलोत की फाइट के बाद पायलट की कांग्रेस में हाईकमान की पहल पर पायलट की आपात लैंडिंग हो गई है। दोनों पक्ष एक दूसरे के साथ आने के लिए तैयार हो गए हैं। इसी बीच 14 अगस्त से विधानसभा सत्र भी शुरू हो रहा है। सत्र में कांग्रेस विश्वासमत साबित करने की कोशिश में, जबकि भाजपा ने अविश्वास मत लाने की घोषणा कर दी है। भाजपा विधायक दल की बैठक में इस बार वसुंधरा राजे भी शामिल हुईं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस ने जनता का नहीं खुद के हितों का ध्यान रखा।
राजस्थान विधानसभा का सत्र शुक्रवार 14 अगस्त से शुरू होने जा रहा है। पूरे देश के सियासी हल्कों की नज़रें सत्र पर जमी रहेंगी। भाजपा विधायक दल की गुरुवार को हुई बैठक में गहलोत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सदन में लाने का फैसला हुआ है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष डॉ.सतीश पूनिया ने कहा कि जिस तरह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मशक्कत कर रहे हैं, शायद वो विश्वास मत का प्रस्ताव रखेंगे। हालांकि हम भी पूरी तरह तैयार हैं। हम सदन में अविश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे। पूनिया ने कहा कि कांग्रेस सरकार सदन में विश्वास मत भले हासिल कर ले, लेकिन जनता की नज़रों में सरकार गिर चुकी है। सरकार जनता का विश्वास खो चुकी है, इसलिए हम अविश्वास प्रस्ताव पेश कर रहे हैं।
आमने सामने होंगे पायलट गहलोत
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच आलाकमान की दखल के बाद सुलह हो गई है। पायलट खेमे के बागी कांग्रेस विधायक भी इस दौरान सदन में मौजूद रहेंगे। हालांकि गहलोत सरकार गिरने का खतरा टल चुका है। गहलोत गुट के विधायक चाहते है कि बागी कांग्रेस विधायकों को सरकार या संगठन में कोई जगह नहीं मिले। सचिन पायलट खुद ही यह बयान दे चुके हैं कि उन्हें पद की कोई लालसा नहीं है, वह कार्यकर्ता और एमएलए बनकर रहेंगे। हालांकि पायलट ने कहा कि पार्टी हित में पार्टी के कार्यकर्ताओं और जनता की मांग पूरी जरूर कराने कोशिश हमेशा करते रहेंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी बैठक में होंगे शामिल
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल गुरुवार सुबह जयपुर के होटल फेयरमोंट पहुंचे, वह विधायक दल की बैठक में मौजूद रहेंगे। बैठक में प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय, पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और अजय माकन भी शामिल होंगे।
बसपा विधायकों के मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई कल
बसपा के 6 विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के विरुद्ध दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए, इस मामले को शुक्रवार तक के लिए टाल दिया है। याचिका भाजपा विधायक मदन दिलावर की तरफ से दायर की गई है। इसके साथ ही इस संबंध में बसपा ने भी हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।