भोपाल : मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए मतदान कल यानी 17 नवंबर को होगा। मप्र में सुबह 7 से शाम बजे तक का मतदाता मतदान कर सकेंगे। जबकि वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। इस बार मध्य प्रदेश में काफी रोमांचक मुकाबला देखने को मिल रहा है। कांग्रेस और बीजेपी के बीच यहां सीधी टक्कर है। हालांकि सपा, बसपा और आम आदमी पार्टी भी यहां चुनाव लड़ रही है और कुछ सीटों पर उलटफेर कर सकती हैं।
मध्य प्रदेश की 230 सीटों पर कुल मतदाताओं की संख्या करीब 5.6 करोड़ है। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 2.88 करोड़ है, जबकि महिला मतदाता 2.72 करोड़ हैं। इस बार सबसे खास बात ये है कि प्रदेश में कुल 22.36 लाख युवा पहली बार मतदान करेंगे।बात अगर 2018 में हुए विधानसभा चुनाव की करें तो यहां कांग्रेस ने 114 सीटें जीती थीं। इस तरह वह सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन बहुमत से 2 वोट से चूक गई थी। भाजपा के हिस्से में 109 सीटे आईं थीं। हालांकि बाद में समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को समर्थन दिया और इस तरह कमल नाथ की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार बन गई। हालांकि डेढ़ साल बाद ही ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में 22 कांग्रेस विधायकों के विद्रोह के कारण कमल नाथ सरकार गिर गई।इस चुनाव को 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले सत्ता का सेमीफाइनल भी कहा जा रहा है। मध्य प्रदेश में संसद की 29 सीटें हैं। 2018 विधानसभा चुनाव में भले ही कांग्रेस बहुमत के करीब थी, लेकिन कुछ समय बाद हुए लोकसभा चुनाव में फिर से बीजेपी आगे निकल गई। कुल मिलाकर इससे साफ है कि मध्य प्रदेश में दोनों ही दल अपनी सीटें बढ़ाना चाहेंगे। छत्तीसगढ़ चुनाव के दूसरे चरण में कुल 958 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। राज्य की कुल 90 विधानसभा सीटों में से 20 सीटों के लिए 7 नवंबर को मतदान हुआ था, जबकि शेष 70 सीटों पर दूसरे चरण में 17 नवंबर को मतदान होगा। वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।