परिवारवाद को लेकर हुए मुखर, चुनाव लड़ेंगे यह जनता करेगी तय

हरदा : हरदा के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष एवं वरिष्ठ भाजपा नेता सुरेंद्र जैन ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता के साथ ही सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। वे पार्टी के टिकट वितरण से खासे नाराज थे और इस्तीफा देते समय जैन जार-जार रोये और परिवारवाद जैसे अनेक गंभीर आरोप भी लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि अब भाजपा पार्टी ने रही बल्कि कमल पटेल की पार्टी हो गई है। भारतीय जनता पार्टी द्वारा हरदा प्रत्याशी के तौर पर कमल पटेल का नाम देने से नाराज चल रहे भाजपा नेता सुरेंद्र जैन ने आखिर कार पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इस दौरान वो रोते हुए नजर आए और उन्होंने अनेक गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जिस पार्टी के लिए जान की बाजी तक लगा दी, उसी पार्टी के कर्ताधर्ताओं ने उनके नेता तक का सम्मान नहीं किया। जिन्होंने पार्टी के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया उस महान नेता नंद कुमार चौहान के नाम का शिलालेख भी नाली में फेंक दिया गया। जैन ने कहा कि भाजपा सिर्फ परिवारवाद चला रही है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि भाजपा न होकर कमल पटेल की पार्टी हो गई है। उन्होंने कमल पटेल पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों ने और लोगों ने मुझे बताया कि किस प्रकार कमल पटेल के मंत्री रहते हुए वो त्रस्त हुए हैं। उनके मंत्री रहते हुए किसान, व्यापारी और आम जनता ने अपने दुख बताए हैं। किसानों का कहना है कि उनसे मूंग तुलाई के नाम पर प्रति ट्रॉली 5 हजार रुपये अवैध रुप से लिए गए, रुपये नहीं देने पर ट्रॉली की मूंग अमानक बताकर रिजेक्ट कर दी जाती थी। उन्होंने झूठी घोषणाएं कीं, यहां तक कि हरदा जिले को सिंचित करने की घोषणा भी पूरी तरह झूठी साबित हुई है। खिड़किया क्षेत्र के अनेक गाँव आज भी सिंचित नहीं हो पाए हैं। यही नहीं खिड़किया में कमल पटेल विधायक रहते हुए एक सरकारी कॉलेज की सौगात तक नहीं दे सके और जब लोगों ने घेरा तो कुछ दिन पहले आचार संहिता से पहले अचानक बिना भवन और बिना प्रोफेसर के कॉलेज शुरू होने की घोषणा कर दी। इसके साथ ही उन्होंने हरदा जिला मुख्यालय के सरकारी अस्पताल के बदतर हालात का भी जिक्र किया।

इस्तीफा देते जैन ने जहां लोगों को विजयादशमी की बधाई दी वहीं उन्होंने कहा कि आज से अच्छा दिन अपनी बात जनता के समक्ष रखने के लिए और कोई हो ही नहीं सकता था। क्योंकि आज विजयादशमी ही नहीं बल्कि आज अधर्म पर धर्म की विजय का दिन है। आज मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने अहंकारी रावण का वध किया। रावण को अहंकार हुआ था कि उसे कोई मार नहीं सकता है। कुछ इसी तरह के हालात आज हरदा में बन चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अब तक तो शहर में सिर्फ अवैध शराब और गांजा ही युवा पीढ़ी को परोसा जा रहा था, लेकिन अब शहर में एमडी ड्रग्स और देह व्यापार भी धड़ल्ले से चल रहा है| उन्होंने कहा कि ‘मैंने खुद इसकी शिकायत पर्यवेक्षक के तौर पर हरदा आए मुंबई से भाजपा विधायक गणपत गायकवाड़ से की तो उन्होंने पहले तो इस बात पर भरोसा नहीं किया लेकिन मेरे जोर देने पर पुष्टि के लिए अपने स्टाफ़ के कर्मचारी को भेजकर उन्होंने ड्रग्स और गांजा खरिदवाया , गया  मेरी बात सच निकली।’

उन्होंने कहा कि हरदा के छह बार के विधायक और कृषि मंत्री कमल पटेल पुत्रों के मोह में ऐसे फंसे कि मूल मकसद से ही भटक गए। उन्हें महाराजा धृतराष्ट्र की तरह दुर्योधन की ग़लती के अलावा सब कुछ नजर आता है। उन्होंने मकसद का खुलासा करते हुए कहा कि ‘हम दोनों ने जब राजनीति की शुरुआत की थी तो हमारा एक ही मकसद था हरदा को नशामुक्त और भय मुक्त बनाना| लेकिन आज हरदा में उल्टा हो रहा है। आज हरदा ड्रग्स कारोबार का अड्डा बन गया है। इससे सटे कुछ गाँव में जुआ, सट्टा और देह व्यापार चल रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस और जिला प्रशासन भी पता नहीं किस वज़ह से मूक दर्शक बने हुए हैं। भाजपा से इस्तीफा देने के साथ ही चुनाव लड़ने के संबंध में सुरेंद्र जैन ने कहा कि उन्होंने अभी इस बारे में कुछ तय नहीं किया है जल्द ही साथीगण और क्षेत्र की जनता तय कर देगी कि चुनाव में उतरना है या नहीं। अब हरदा की जनता को तय करना है कि किसे और कैस चुनाव लड़ना है और किसे जीत दिलानी है, यह फैसला भी सुरेंद्र जैन ने अपने सहयोगियों और शुभचिंतकों समेत जनता पर छोड़ दिया है|

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