अयोध्या, 05 अगस्त। नगर ‘अयोध्या’ को लोग मात्र अयोध्या कर संबोधित नहीं करते, राम लला की जननी जन्मभूमि को ‘अयोध्या जी’ ही कहते हैं। लाड़ले राम लला की स्मृतियों को संजोए मंदिर के पुनर्निर्माण की नींव रखे जाने के हुलास को अयोध्या जी छिपा नहीं पा रहीं, रामलला के शैशव की साक्षी नगर वीथियां इस सुअवसर के लिए गेरुआ ओढ़े सज्ज रहीं। और आखिर रामलली की कथा में 492 साल बाद नया अध्याय शुरू हो गया।
मोदी 29 साल बाद अयोध्या में
इससे पहले मोदी 1991 में अयोध्या गए थे। तब भाजपा अध्यक्ष रहे मुरली मनोहर जोशी तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे और यात्रा में मोदी उनके साथ रहते थे। मोदी ने 2019 के लोकसभा चुनाव के वक्त फैजाबाद-अंबेडकर नगर में एक रैली को संबोधित किया था, लेकिन अयोध्या नहीं गए थे।
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार दोपहर 12:40 से 32 सैकेंड के अभिजीत मुहूर्त में राम लला की जन्मभूमि में भव्य मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया, और नींव खुदाई कर आधार शिला रखी।
– साकेत नगरी में रामकथा का नया अध्याय 492 वर्ष तक चली संघर्ष-कथा का ‘उत्तरकांड’ है। अपनी ही जन्मभूमि, जिसे राम लला कभी सोने की लंका, यहां तक कि स्वर्ग से भी श्रेष्ठ मान कर यहां की माटी, को अपने सर माथे रखते थे, वहीं अपने लिए तय स्था पर ही प्रतिष्ठा पाने को उन्हें पांच सदियों तक प्रतीक्षा करनी पड़ी। श्रीराम के भक्तों के धीरज की अग्निपरीक्षा भी इस शुभ बेला में समाप्त हो गई।
– कांची के शंकराचार्य की ओर से भेजी गई नवरत्न जड़ित सामग्रियों को पूजन में समर्पित किया गया। अयोध्या वासियों ने राम मंदिर के लिए भूमि भूमि पूजन पर पटाखे फोड़ कर अपनी खुशी का इजहार किया।
– प्रधान शिला के पूजन के पश्चात अष्ट उप शिला का पूजन किया गया। इसके पश्चात प्रभु श्रीराम की कुलदेवी के पूजन के साथ ही सभी देवियों का पूजन किया गया।
– जिस स्थल पर रामलला विराजमान थे उसी स्थल पर शिलाओं का पूजन किया जा रहा है। 12: 44 मिनट से 08 सेकेंड तक अभिजीत मुहूर्त है, इस मुहूर्त के अंदर ही संपूर्ण भूमि पूजन प्रक्रिया संपन्न कराया गया।
– बाबा भैरवनाथ का स्मरण कर भूमि पूजन की अनुमति ली गई। इसी के साथ नौ शिलाओं का पूजन हुआ। यजमान के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी को संकल्प दिलाया गया।
– काशी से पधारे वैदिक आचार्यों ने भूमि पूजन कराया, प्रधानमंत्री मोदी पूर्वाभिमुख होकर पूजन में शामिल हुए। भगवान श्री गणेश की स्तुति के साथ प्रधानमंत्री ने आचमन किया। इस दौरान सभी देवताओं का ध्यान किया गया। पांच सौ वर्षों बाद इस शुभ घड़ी के लिए धन्यवाद किया गया।
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या हनुमानगढ़ी मंदिर में प्रभु राम के भक्त हनुमान के पूजन और दर्शन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मंदिर की परिक्रमा भी की। हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन श्रीमंहत प्रेमदास जी ने पीएम मोदी को चांदी का मुकुट व रामनामी भेट कर स्वागत किया।
भूमि पूजन में पीएम मोदी के काशी विद्वत परिषद के तीन सदस्य
रामनगरी अयोध्या में आज होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम में देश भर के धर्माचार्यों के साथ कर्मकांड विद्वान बुलाए गए है। यहां पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ काशी विद्वत परिषद के तीन सदस्य पूजा में बैठें। प्रो.रामचन्द्र पाण्डेय यहां पीएम मोदी के साथ बतौर साक्षी पूजा में बैठें। इस दौरान 12 बजकर 40 मिनट 08 सेकेंड पर मंदिर की आधारशिला रखी गई। पीएम मोदी के साथ पूजन के मंच पर अध्यक्ष राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र महंत नृत्यगोपालदास, राज्यपाल उत्तर प्रदेश व मध्यप्रदेश आनंदी बेन पटेल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी साथ रहे।
ग्रह व नक्षत्रों से बना अभिजित मुहूर्त
तमाम विचार विमर्शों के बाद ग्रह, नक्षत्रों के हिसाब से भूमि पूजन के लिए समय दिन में 12:44:08 से 12:44:40 बजे के बीच तय किया गया। यह 32 सेकंड ही महत्वपूर्ण हैं जब प्रधानमंत्री ने इसी अहम मुहूर्त में राम मंदिर का भूमि पूजन कर आधारशिला रखी।