ग्वालियर। ग्वालियर के डबरा से कांग्रेस विधायक सुरेश राजे के आपत्तिजनक वीडियो मामले में पूर्व मंत्री का नाम भी जुड़ गया है। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों से ठीक पहले वीडियो और ऑडियो वायरल होने लगे हैं। कुछ दिन पहले ग्वालियर के डबरा से कांग्रेस विधायक सुरेश राजे का कथित आपत्तिजनक वीडियो सामने आया था। इस मामले में अब पूर्व मंत्री का ऑडियो सामने आया है। आरोप है कि कथित रूप से पूर्व मंत्री ने ही कांग्रेस विधायक का वीडियो वायरल करने और ब्लैकमेल करने के लिए उकसाया था।
बता दें कि पूर्व मंत्री और भाजपा नेत्री इमरती देवी के तीन ऑडियो क्लिप्स वायरल हुए हैं। अमर उजाला इनकी पुष्टि नहीं करता। दो क्लिप्स 11 सेकंड और एक 16 सेकंड का है। इसमें किसी लंबी बातचीत के अंश निकालकर वायरल किए गए हैं। कथित तौर पर पूर्व मंत्री इमरती देवी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वह पहले वीडियो डालें और डिलीट करके पैसे की मांग करें। दूसरे ऑडियो में वह कहते हुए सुनाई दे रही हैं कि न तो वह टिकट मांगे न ही क्षेत्र में निकले। एक अन्य ऑडियो में इमरती देवी यह कह रही हैं कि विधायक सुरेश राजे के खिलाफ तो स्थानीय कांग्रेसी भी हैं। अगर इसे टिकट मिला तो एक भी कांग्रेसी इसके लिए काम नहीं करेगा, सब इमरती देवी के लिए काम करेंगे। हालांकि, इस वायरल ऑडियो को लेकर इमरती देवी ने कहा कि हमसे क्या पूछ रहे हो? वायरल तो कांग्रेस विधायक का वीडियो हुआ है। उनसे ही जवाब मांगो। मेरा कोई ऑडियो-वीडियो वायरल नहीं हुआ है।
कुछ दिन पहले डबरा से कांग्रेस विधायक सुरेश राजे का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें सुरेश राजे कथित तौर पर एक युवक के साथ आपत्तिजनक स्थिति में नजर आए थे। अब इसी से जोड़कर इमरती देवी के ऑडियो को देखा जा रहा है। आरोप है कि इमरती देवी के पास कथित वायरल वीडियो पहले आ गया था। उन्होंने ही किसी व्यक्ति को वीडियो को वायरल करने के लिए उकसाया। चूंकि, ऑडियो क्लिप्स किसी लंबी बातचीत के अंश हैं। इस वजह से यह पुष्टि नहीं हो सकती कि आखिर इमरती देवी किस संबंध में क्या कह रही हैं। सुरेश राजे ने भी अश्लील वीडियो पर सफाई दी थी कि इस वीडियो के माध्यम से पिछले कई दिनों से उनसे पैसों की डिमांड की जा रही थी। उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा था।
दरअसल, 2018 में इमरती देवी ने कांग्रेस के टिकट पर डबरा विधानसभा सीट जीती थी। उन्हें कमलनाथ मंत्रिमंडल में मंत्री भी बनाया गया था। इसके बाद 2020 में इमरती देवी ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में भाजपा की सदस्यता ले ली थी। 2020 में उपचुनाव हुए तो भाजपा से कांग्रेस में गए सुरेश राजे ने इमरती देवी को हरा दिया था। इस बार के विधानसभा चुनावों में सुरेश राजे का मुकाबला इमरती देवी से ही होने के आसार हैं। उससे पहले ही दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर वीडियो-ऑडियो से हमले शुरू कर दिए हैं।