ग्वालियर। पूर्व डीजीपी की नातिन की हत्या के मामले में फरार ₹5000 के इनामी हत्या आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, ग्वालियर क्राइम ब्रांच और माधवगंज थाना पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए आरोपी को हिरासत में लिया है पकड़ा गया आरोपी शातिर हथियार तस्कर है और हत्याकांड में प्रयोग हुए हथियार उसी ने मुख्य आरोपी को उपलब्ध कराए थे पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपी से पूछताछ की जा रही है
एसपी राजेश सिंह चंदेल ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्वालियर में हुई छात्रा अक्षया सिंह यादव की हत्या में आखिरी आरोपी पृथ्वीराज सिंह चौहान अपने घर के आसपास देखा गया है। इस पर क्राइम ब्रांच व पुलिस की टीमों ने उसकी घेराबंदी की ओर आरोपी को घेरकर गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए बदमाश राज उर्फ पृथ्वीराज शहर का नामचीन हथियार तस्कर है। छात्रा की हत्या करने वाले सुमित रावत का यह दोस्त है। हत्या से पहले इसने ही पूरी गैंग को कट्टे व पिस्टल दिलवाए थे। जिस कट्टे की गोली से अक्षया को गोली लगी उसे भी सुमित को राज ने ही दिया था। इस मामले में सात आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं। राज उर्फ पृथ्वीराज चौहान फरार था।आरोपी राज पर ग्वालियर एसएसपी राजेश सिंह चंदेल ने पांच हजार रुपए का नकद इनाम भी रखा हुआ था।आपको बता दें कि सिकंदर कंपू निवासी शैलेन्द्र सिंह यादव की बेटी अक्षया यादव (19) की दो बाइक पर सवार होकर आए कुछ बदमाशों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। यह घटना 10 जुलाई की रात 8 बजे की है। अक्षया अपनी एक्टिवा पर सहेली सोनाक्षी शर्मा के साथ सवार होकर लक्ष्मीबाई कॉलोनी कोचिंग से अपने घर आ रही थीं। अभी वह मेस्कॉट हॉस्पिटल के पास तिलक नगर के करीब पहुंची थी तभी बाइक सवार तीन से चार बदमाशों ने उनकी एक्टिवा के सामने आकर दो गोलियां चलाई हैं। एक गोली हाथ को चीरते हुए छात्रा के सीने के ऊपर जाकर धंस गई। मौके पर ही छात्रा की मौत हो गई। हालांकि स्थानीय लोगों ने घायल छात्रा को हॉस्पिटल पहुंचाया था, लेकिन उससे पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी। इस हत्यकांड को सनकी सुमित रावत निवासी मुरैना ने अंजाम दिया था। चार महीने पहले ही वह बालिग हुआ था। पड़ताल में पता लगा था कि टारगेट अक्षया की सहेली सोनाक्षी थी। काफी समय से सुमित उसके पीछे लगाथा, लेकिन वह उसे भाव नहीं दे रही थी। उसकी सोनाक्षी की मां ने इससे पहले माधौगंज थाने में आरोपी की शिकायत भी थी। वह मारने सोनाक्षी को आया था,लेकिन धोखे से अक्षया को गोली लग गई।
अभी तक यह पकड़े गए
हत्या की साजिश रचने वाले मुख्य आरोपी सुमित रावत के अलावा उसका बड़ा भाई उपदेश रावत उर्फ़ मोंटी, शिवम गुर्जर, विशाल शाक्य, शिवा तोमर, सूरज सिकरवार और बाला सुर्वे को पुलिस गिरफ्तार चुकी थी। उनसे पूछताछ के बाद राज उप ऊर्फ पृथ्वीराज का नाम सामने आया था। दो महीने से वह राजस्थान के भरतपुर व अन्य शहरों में रिश्तेदारों के यहां फरारी काट रहा था। बुधवार को रक्षाबंधन पर घर आते ही पकड़ा गया।एसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि अक्षया हत्याकांड में फरार आरोपी पृथ्वीराज को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उससे पिस्टल एक जिंदा कारतूस मिला है। हत्याकांड में इसी ने हथियार उपलब्ध कराए थे। उससे पूछताछ की जा रही है।