साओ पाउलो। राष्ट्रप‎ति लूला डा ‎‎सिल्वा ब्राजीलियाई लोकतंत्र को बहाल करना चाहते हैं। एमेजन ‎शिखर सम्मेलन में यह बात खुलकर सामने आई है। गौरतलब है ‎कि ब्राजील के बेलेम शहर में नौ अगस्त को संपन्न हुआ एमेजन शिखर सम्मेलन का समय राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा के लिए उपयुक्त साबित हुआ। इस शिखर सम्मेलन ने लूला को अपने देश की पर्यावरणीय और अंतरराष्ट्रीय साख बहाल करने का मौका दिया है। उन्होंने अपने पूर्ववर्ती जायर बोलसोनारो के कार्यकाल को इस लिहाज से चार विनाशकारी वर्ष बताया था। शिखर सम्मेलन के अंत में आठ दक्षिण अमेरिकी देशों – बोलिविया, ब्राजील, कोलंबिया, इक्वाडोर, गुयाना, पेरू, सुरीनाम और वेनेजुएला ने सतत विकास को बढ़ावा देने, वनों की कटाई को खत्म करने तथा वनों की कटाई के लिए जिम्मेदार संगठित अपराध से निपटने के लिए एक विस्तृत रूपरेखा पेश करते हुए एक संयुक्त घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए। शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले लोग पर्यावरणविदों और आदिवासी समूहों की प्रमुख मांगों पर सहमत नहीं हुए जिसमें ब्राजील द्वारा अवैध रूप से वनों की कटाई को खत्म करने का संकल्प लेने की मांग शामिल है।

एक रिपोर्ट के अनुसार बोलसोनारो ने लगातार यह दिखाया कि वह अपनी कथनी और करनी दोनों से लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा करते हैं। बोलसोनारो ने अहम पदों पर अपने सहयोगियों को तैनात कर और बजट में कटौती कर मानवाधिकारों तथा पर्यावरण की रक्षा करने वाले संस्थानों पर लगाम कसी। ब्राजील की सबसे महत्वपूर्ण पर्यावरणीय एजेंसी ब्राजील इंस्टीट्यूट ऑफ एनवायरमेंट एंड रीन्यूएबल नैचुरल रिसोर्सेज’ के बजट में भी कटौती गयी जिससे उसके पर्यावरण की रक्षा संबंधी कामों पर असर पड़ा जैसे कि अवैध रूप से वनों की कटाई तथा आदिवासी जमीनों पर अवैध खनन पर नजर रखना शा‎‎मिल था। बोलसोनारो की आव्रजन नीति से प्राधिकारियों को विदेशियों को देश से तेजी से हटाने का मौका मिल गया। उन्होंने कोविड-19 की गंभीरता और जन स्वास्थ्य संबंधी उपायों तथा टीकों की प्रभाविता भी खारिज की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *