ग्वालियर, 31 जुलाई। शिक्षा विभाग में अनुसूचित जाति के फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी दिए जाने के मामले का खुलासा करने वाले RTI कार्यकर्ता गौरीशंकर राजपूत ने दावा किया है कि पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव ने उसे फोन पर धमकाया है। गौरीशंकर राजपूत ने आरोप के समर्थन में 3 मिनट का एक ऑडियो भी मीडिया को दिया है। ऑडियों में एक आवाज गौरीशंकर को धमका रही है कि नौकरी पाने वाला उनका समर्थक है, इसलिए अनावश्यक दुश्मनी मोल न ली जाए। गौरीशंकर का दावा है कि धमकाने वाली आवाज पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव की है।
गौरीशंकर के मुताबिक डबरा तहसील में रहने वाले सीता राम केवट शिक्षा विभाग में कार्यरत है, उसने नौकरी के लिए आवेदन करते समय अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र बनवाया था। RTI कार्यकर्ता गौरीशंकर का आरोप है कि यह प्रमाण पत्र फर्जी था। गौरीशंकर ने बताया कि उसने RTI से इस मामले की जानकारी निकलवाई तो सीताराम केवट ने उन्हें पूर्व मंत्री लाखन सिंह का नाम लेकर फोन पर धमकी दी। इतने पर भी जब गौरीशंकर राजपूत ने अपनी कार्यवाही नहीं रोकी तो उसे एक और फोन आया। फोन करने वाले ने धमकाने के अंदाज में कहा, “फिर तू पूरी मीडिया को बुला ले और मेरे समर्थक को फांसी चढ़वा दे।“
RTI कार्यकर्ता गौरीशंकर का दावा है कि वह धमकाने वाली आवाज को अच्छी तरह पहचानता है, इसलिये वह पूरे यक़ीन के साथ कह सकता है कि फोन पर आवाजा पूर्वमंत्री लाखन सिंह यादव की ही है। इस मामले में जब पूर्व मंत्री का वक्तव्य चाहा गया तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिला। RTI कार्यकर्ता का कहना है कि उसने पहले भी फर्जी तरीके से नौकरी पाने वाले कई शिक्षकों की शिकायत की है, लेकिन पहली बार किसी इतने बड़े राजनेता ने उसे धमकाया है।