तोक्यो। चीन के साथ चल रहे तनाव के बीच जापान ने बहुत बड़ा बयान दिया है। जापानी रक्षामंत्री इनो तोशिरो ने चेतावनी दी है कि अगर चीन ने ताइवान पर हमला किया, तब उनका देश ताइपे की मदद करेगा। जापान का यह बयान उस समय पर आया है, जब ताइवान और चीन के बीच तनाव बहुत बढ़ता जा रहा है। दोनों देश एक-दूसरे के खिलाफ हथियारों की तैनाती बढ़ा रहे हैं। चीन ने धमकी दी है कि अगर शांतिपूर्ण तरीके से ताइवान चीन के साथ अपना विलय नहीं करता है, तब वह ताकत का इस्तेमाल करेगा।
रिपोर्ट के मुताबिक अब तक जापान ने कभी भी यह बताने से परहेज किया था कि अगर चीन ताइवान पर हमला करता है, तब जापान उस पर क्या प्रतिक्रिया देगा। अब रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद जापान के लिए फिर से टेंशन बढ़ गई है। जापान को डर सता रहा है कि चीन और ताइवान के बीच संघर्ष हो सकता है। रक्षा मंत्री तोशिरो ने कहा, यदि दुनियाभर के लोगों में यह इच्छाशक्ति होगी कि ताइवान को समर्थन दिया जाए, ठीक उसी तरह से जैसे रूसी हमले के दौरान यूक्रेन का समर्थन किया जा रहा है, तब इसकी पूरी संभावना होगी कि हम भी ताइवान की कुछ मदद कर सकते हैं।
जापानी मंत्री ने कहा, मैं अभी इस मौके पर सुनिश्चित नहीं हूं कि यह हथियारआपूर्ति सहयोग होने जा रहा है या लॉजिस्टिक सपोर्ट का समर्थन होगा। जापानी मंत्री का यह बयान उस समय पर आया है जब जिनपिंग ने असली युद्ध के लिए चीन की सेना को तैयार रहने के लिए कहा है। चीन के इस आक्रामक रुख से जापान भी टेंशन में है। जापानी मंत्री के बयान के बाद चीन ने बयान को भड़काऊ करार देकर जापान से सफाई मांग रहा है।
इनो ने कहा, हम इस खतरे के रूप में मानते हैं कि चीन अपना सैन्य बजट बढ़ा रहा है। इसके अलावा चीन समुद्री इलाके में अपनी आक्रामकता को बहुत तेजी से बढ़ा रहा है। अब तक हमने इस स्तर का खतरा पहले कभी नहीं देखा था। चीन के खतरे से निपटने के लिए जापान भी बहुत ही तेजी से हथियारों का जखीरा बढ़ा रहा है। जापान अमेरिका से टॉमहॉक मिसाइलें और एफ-35 फाइटर जेट खरीद रहा है। इसके अलावा अमेरिका भी जापान में अपनी सैन्य उपस्थिति को और ज्यादा बढ़ा रहा है।