नई दिल्ली । भारतीय रेलवे ने वंदे भारत (Vande Bharat) सहित अनुभूति और विस्टाडोम बोगियों वाली सभी ट्रेनों के एसी चेयर कार और एक्जीक्यूटिव क्लास के किराए में 25 प्रतिशत तक की कटौती करने का ऐलान किया है। इनमें वे ट्रेनें शामिल हैं, जिनके एसी चेयर कार और एक्जीक्यूटिव क्लास की सीटें पिछले 30 दिन में 50 प्रतिशत से कम भर पाई थीं।
ट्रेनों का किराया कॉम्पिटेटिव मोड ऑफ ट्रांसपोर्ट पर भी निर्भर करेगा। अकोमोडेशन के यूज को बढ़ावा देने के लिए रेल मिनिस्ट्री ने एसी सीटों वाली ट्रेनों में डिस्काउंटेड फेयर स्किम्स यानी रियायती किराया योजनाएं शुरू करने के लिए सभी रेलवे जोन्स के चीफ कमर्शियल मैनेजर्स को पावर दी है। यानी वे अपने-अपने जोन में किराया कितना कम करना है, यह तय करेंगे। इसमें अन्य शुल्क जैसे आरक्षण शुल्क, सुपर फास्ट अधिभार, जीएसटी आदि अलग से लगाए जाएंगे।
जून में केवल 29 प्रतिशत सीटें भरी
रिपोर्ट के मुताबिक, जून महीने में भोपाल-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस में केवल 29 प्रतिशत सीट ही भरी हुई थीं। वहीं, इंदौर-भोपाल वंदे भारत एक्सप्रेस में केवल 21 प्रतिशत ऑक्यूपेंसी रही। भोपाल से जबलपुर तक एसी चेयर का किराया 1,055 रूपए है, जबकि एग्जीक्यूटिव चेयर कार टिकट की कीमत 1,880 रूपए है। हालांकि, वापसी में इसका किराया अलग है। इसमें एक एसी चेयर के लिए 955 रूपए और एक एग्जीक्यूटिव चेयर कार के लिए 1790 रूपए का टिकट है। इसके अलावा इंदौर से भोपाल तक एसी चेयर का किराया 810 रूपए और एग्जीक्यूटिव चेयर कार टिकट की कीमत 1,510 रूपए है। नागपुर-बिलासपुर वंदे भारत एक्सप्रेस की करीब 55 प्रतिशत सीटें ही फुल हो पा रही हैं। नागपुर-बिलासपुर वंदे भारत एक्सप्रेस से एग्जीक्यूटिव क्लास का किराया 2,045 रुपए है, जबकि चेयर कार का किराया 1,075 रुपए है। देश भर में अब तक 46 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाई जा चुकी हैं। टॉप ऑक्यूपेंसी वाली वंदे भारत ट्रेनों में कासरगोड से त्रिवेन्द्रम (183 प्रतिशत), त्रिवेन्द्रम से कासरगोड (176 प्रतिशत), गांधीनगर-मुंबई सेंट्रल (134 प्रतिशत)शामिल हैं।