ग्वालियर, 25 जुलाई। छोटे भाई की पत्नी को अकेला पाकर जेठ ने उसे दुष्कर्म का शिकार बनाया और फिर जान से मारने की धमकी देकर चुप करा दिया। काम पर गया पति वापस आया तो पीडि़ता ने जेठ की करतूत उसे बाताई विरोध करते हुए मामले की शिकायत पति से की उसने भी सब सह लेने की नसीहत दी। पीड़िता चार साल तक घुटती रही, लेकिन नारकीय पीड़ा से डिप्रेस हो उसने सुसाइड का भी मन बनाया। हालांकि भाई ने सही समय पर पहुंच कर उसके मनसूबे को नाकाम कर दिया था। भाई पीड़िता को लेकर इंदरगंज पुलिस थाने पहुंचा और मामले की शिकायत दर्ज कराई।
ग्वालियर के इंदरगंज थाना क्षेत्र में नई सड़क के पास रहने बाली महिला का पति सुनील गजक बनाने की कंपनी में काम करता है। पूरा संयुक्त परिवार एक ही मकान में रहता है। शादी के कुछ सालों तक तो सब ठीक रहा, लेकिन 4 साल पहले पीड़िता का पति और देवर किसी काम से शहर से बाहर गए थे, घर के अपने कमरे में पीड़िता अकेली रह गई थी। मौका पाकर जेठ धर्मेन्द्र कमरे में घुस गया, और मारपीट करते हुए उसके साथ बलात्कार कर डाला। जेठ ने उसे मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी भी दी।
पति से शिकायत की तो कहा सहन कर लो वारदात के बाद पति घर लौटा तो पीडि़ता ने मामले की शिकायत अपने पति से की तो उसने साफ कह दिया कि उसे सब सहना पड़ेगा, क्योंकि जिस घर में रह रहे हैं वह बड़े भाई धर्मेंद्र का है, साथ ही उसी के प्रभाव से नौकरी भी मिली हुई है। पति के साथ नहीं देने के बावजूद पीड़िता विरोध करती रही, हालांकि इशके लिए उसकी मारपीट की जाती रही। जेठ धर्मेंद्र बीते 4 साल से उसके साथ रेप करता रहा औऱ मुंह न खोलने के लिए जान से मारने और घर से निकालने की धमकी देता रहा। आखिरकार पीड़िता इस नारकीय अत्याचार को सह नहीं सकी और डिप्रेशन में सुसाइड की कोशिश भी की, लेकिन इसी दौरान भाई का फोन आया, वह सुसाइड से बच गई। फोन पर उसकी पीड़ा हिचकियों में बदल गई, इस पर जब भाई ने दर्द की वजह पूछी तो पीड़िता ने आपबीती सुना दी। इसके बाद भाई आगरा से ग्वालियर आया और पीड़िता को लेकर थाने पहुंचा। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर पति सुनील और जेठ धर्मेंद्र के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है, फिलहाल आरोपी फरार हैं, पुलिस उन्हें तलाश कर रही है। पीड़िता अब अपने मायके में भाई के सहारे रह रही है।