पाकिस्तान के सत्तारढ़ गठबंधन ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के बातचीत के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। सत्तारूढ़ दल ने कहा कि वार्ता आतंकवादियों से नहीं राजनेताओं से होती है। वहीं इस बीच इमरान खान ने एक वीडियो शेयर करते हुए यह दर्शाया है कि पाकिस्तान में उनकी पार्टी की महिलाओं से बदसलूकी की जा रही है। इमरान खान ने इस जरिए शहबाज शरीफ सरकार पर हमला बोला है। इमरान ने एक वीडियो ट्वीट कर लिखा- शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करने के लिए किसी भी लोकतांत्रिक देश में महिलाओं को कभी अपमानित नहीं किया गया।
उन्होंने आगे लिखा कि केवल एक लोकतांत्रित देश में रहने दें जो कि इस्लामी भी है। यह महिलाओं को राजनीति से बाहर करने का प्रचारित अभियान है। महिलाओं को यहां घेरा और धमकाया जा रहा है ताकि पुरष सदस्य राजनीतिक गतिविधियों में भाग न लें। वहीं अब ऐसी खबरें भी पढ़ने को मिल रही है कि जेल में कुछ महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न किया जा रहा है। सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा कि देश पर हमला करने वालों को दंडित किया जाता है उनसे बातचीत नहीं की जाती है।
उन्होंने कहा कि शहीद स्मारक में तोड़फोड़ करने वालों से बातचीत करना शहीदों का अपमान होगा। स्कूलों, एंबुलेंस, अस्पतालों को जलाने के बाद अब इमरान खान बातचीत करना चाहते हैं। उनके साथ कोई बातचीत नहीं किया जाएगा। उन्होंने बातचीत की पेशकश तब की है जब उनके कई नेता उनकी पार्टी छोड़ चुके हैं। वहीं पीपीपी की नेता शाजिया मर्री ने कहा कि 9 मई के बाद पाकिस्तान में पैदा हुए हालातों के जिम्मेदार इमरान खान हैं।