मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नवविवाहित बेटियों को भी मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में पात्रतानुसार लाभान्वित करने आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने बेटियों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएँ संचालित की हैं। बेटियाँ हमारे लिए वरदान हैं, कोई बोझ नहीं हैं। एक समय था जब बेटियों के प्रति दृष्टिकोण अपेक्षाकृत कम सकारात्मक था। वर्ष 2006 में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की शुरूआत के बाद लाड़ली लक्ष्मी योजना और अब लाड़ली बहना योजना प्रारंभ की गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस भर्ती में 30 प्रतिशत और स्थानीय निकायों में 50 प्रतिशत स्थान बेटियों के लिए सुरक्षित रखने की व्यवस्था की गई। शिक्षण कार्य में भी बेटियों की हिस्सेदारी कम से कम आधी हो, इसकी पहल की गई है। आज प्रदेश की बेटियाँ शिक्षण सुविधाओं का लाभ लेते हुए सम्मानजनक स्थिति में हैं।

मुख्यमंत्री चौहान ने आज मुख्यमंत्री निवास से झाबुआ जिले की थांदला जनपद पंचायत में 300 जोड़ों के मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह समारोह को वर्चुअली संबोधित किया। मुख्यमंत्री चौहान ने नवविवाहितों को बधाई एवं शुभकामनाएँ दी।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वे नवविवाहित बेटियों केलिए कामना करते हैं कि उनका सदैव मंगल और कल्याण हो। उनके पाँव में कांटा भी न लगे। विवाह आत्माओं का पवित्र बंधन हैं। पति-पत्नी को एक-दूसरे का सहयोगी बनना है। दोनों आनंदपूर्वक रहें और परिवारों का सम्मान बढ़ाने का कार्य भी करें। विवाह में एक-दूसरे को दिए गए वचन भी निभाएँ। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विवाहित दम्पतियों को कन्या विवाह-निकाह योजना में 49 हजार रूपए की राशि का चेक प्रदान किया जा रहा है, इससे वे गृहस्थी का जरूरी सामान खरीद सकेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने झाबुआ जिले में व्यवस्थित रूप से हो रहे समारोह के लिए प्रशासनिक अमले और आयोजन में सहयोगी व्यक्तियों को बधाई दी।

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