लंदन। एक महिला खुद के निकाले गए दिल का अवलोकन करने संग्रहालय पहुंची। यह पैतिस वर्षीय महिला लंदन के हैम्‍पशायर के रिगवुड की रहने वाली है। महिला यहां के हंटरियन संग्रहालय में प्रदर्शनी के लिए रखे अपने दिल को देखकर काफी रोमांचक दिखी।
प्रदर्शनी में रखे इस दिल को देखकर महिला ने कहा कि यह उनके लिए ‘अविश्वसनीय रूप से वास्तविक’ था.महिला के दिल को जीवन रक्षक प्रत्यारोपण सर्जरी के दौरान निकाला गया था।अब महिला करीब 16 साल बाद इसको संग्रहालय में देखकर काफी अचंभित और खुश दिखी।महिला जेनिफर सटन ने उम्मीद जताई कि यह अंग दान को बढ़ावा देने में मदद करेगा, इसको ‘सबसे बड़ा उपहार’ बताया. जानकारी के मुताबिक महिला ने बताया कि वह अब एक व्यस्त, सक्रिय जीवन जी रही हैं और “जब तक भव हो खुद को गतिशील रखने” की योजना बना रही हैं।महिला सटन एक विश्वविद्यालय की छात्रा थीं, जब उन्होंने महसूस किया कि वे पहाड़ियों पर चलने जैसे सामान्य व्यायाम से जूझ रही हैं।उन्होंने जल्द ही प्रतिबंधात्मक कार्डियोमायोपैथी का उपचार किया।एक ऐसी स्थिति जो शरीर के चारों ओर रक्त पंप करने की हृदय की क्षमता को प्रतिबंधित करती है और उन्हें बताया गया कि अगर वह ट्रांसप्‍लांट नहीं करवाती हैं तो वह मर जाएंगी।

रिपोर्ट के मुताबिक जब महिला की उम्र 22 साल थी तो उस समय उसका स्‍वास्‍थ्‍य तेजी के साथ बिगड़ता चला गया था और ट्रांसप्‍लांट कराने की वेटिंग लिस्ट में थी।ऐसे में जून, 2007 में इसके मैच होने की एक खबर मिली।सटन बेहद ही चिंतित थीं, क्‍योंकि जब वह 13 साल की थीं तो उनकी मां की सर्जरी के दौरान मौत हो गई थी.उन्होंने कहा कि मुझे ट्रांसप्लांट के बाद जागना और सोचना याद है, ‘हे भगवान, वास्तव में मेरा नया जीवन है.’ उन्होंने बताया कि मुझे इस बात का स्‍मरण है कि मैंने अपने परिवार के सदस्‍यों के साथ थोड़ा डबल थम्स अप डांस किया था और कह रही थी, ‘मैंने इसे बनाया मैंने इसे बनाया।

उन्होंने रॉयल कॉलेज ऑफ सर्जन्स को अपने दिल का प्रदर्शन करने की अनुमति दी और अब यह होलबोर्न के संग्रहालय में सभी के देखने के लिए रखा है।उन्होंने यह भी कहा कि जिस मिनट आप पहली बार चलते हैं, आपको लगता है कि ‘वह मेरे शरीर के अंदर हुआ करता था.’उन्‍होंने अंग दान के बाद बीते 16 सालों को बेहद ही शानदार बताया है।उन्‍होंने बताया कि स्टीफन लार्ज सर्जन थे जिन्होंने कैंब्रिजशायर के रॉयल पापवर्थ अस्पताल में उनका प्रत्यारोपण किया था।उन्‍होंने कहा कि एक साल के बाद अस्पताल में हृदय प्रत्यारोपण के लिए जीवित रहने की दर करीब 93 प्रतिशत थी और सटन की रिकवरी “शानदार” थी।

अपनी भावना को व्‍यक्‍त करते हुए सटन ने कहा की लेकिन यह काफी अच्छा भी है – यह मेरे दोस्त जैसा है।इसने (दिल) मुझे 22 साल तक जीवित रखा और मुझे वास्तव में इस पर काफी गर्व है।मैंने अपने जीवनकाल में जार में बहुत सी चीजें देखी हैं लेकिन यह सोचना कि वास्तव में मेरा है बहुत अजीब और अविश्‍वसनीय है.सटन ने यह भी कहा कि वह अंगदान को बढ़ावा देने के लिए कुछ भी करना चाहती हैं।

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