भोपाल। वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे पर भोपाल के 50 स्थानों पर निशुल्क जांच शिविर लगाए गए थे। इन निशुल्क शिवरों में 5200 से ज्यादा लोगों की निशुल्क जांच की गई।जांच में 1983 लोगों को हाइपरटेंशन की बीमारी के लक्षण जांच में प्राप्त हुए। इसमें से 960 लोग ऐसे थे, जिन्हें हाइपरटेंशन की बीमारी का पता ही नहीं था। पहली बार जिनकी जांच में हाइपरटेंशन की बीमारी का खुलासा हुआ। सावधानी बस उनकी दूसरी बार भी जांच करके पुष्टि की गई।मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 50 स्थानों पर जांच शिविर का आयोजन, सबका सहारा, आरोग्य भारती और जन स्वास्थ्य रक्षक के संयुक्त प्रयासों से किया गया था।
मध्यप्रदेश में 36000 लोगों की जांच
संस्था के अध्यक्ष डॉ अभिजीत देशमुख ने कहा,कि प्रदेश भर में 10000 से ज्यादा लोगों की टीम बनाकर,36000 लोगों की हाइपरटेंशन की जांच की गई है। जांच के दौरान भोपाल में जो परिणाम देखने को मिले हैं। वह आश्चर्य और हैरान करने वाले हैं। लोगों में जिस तेजी के साथ हाइपरटेंशन की बीमारी बढ़ रही है। वह विकास मूलक समाज के लिए कोई अच्छी बात नहीं है। वर्तमान में सामाजिक स्तर पर जो तनाव देखने को मिल रहा है। वह इस बीमारी का सबसे बड़ा जनक माना जा रहा है। मध्य प्रदेश के सभी जांच शिविरों का डाटा जुटाया जा रहा है। इसके बाद स्थिति और भी स्पष्ट होगी