वाशिंगटन। दिग्गज निवेशक और बर्कशायर हैथवे के सीईओ वारेन बफे ने आर्टिफिशिएल इंटेलिजेंस को खतरनाक बताकर इसकी तुलना परमाणु बम से की है। बर्कशायर हैथवे की सालाना बैठक में बफे ने कहा कि एआई सब कुछ कर सकती है। इस रोकना हमारे बस में नहीं होगा। एआई से सब कुछ बदल सकता है। लेकिन वह व्यक्ति के सोचने के तरीके और व्यवहार को नहीं बदल सकता। परमाणु बम का आविष्कार भी अच्छे कामों के लिए किया गया था। लेकिन, उसके परिणाम कुछ और ही निकले हैं। रिपोर्ट के अनुसार, हैथवे की सालाना मीटिंग ओमाहा, नैब्रास्का में हुई थी। बफे की एआई को लेकर सख्त प्रतिक्रिया एआई के पितामह कहे जाने वाले जेफ्री हिंटन के इस मानवता के लिए ‘घातक’ बताए जाने के कुछ दिन बाद ही आई है। दुनिया के लिए एआई को खतरनाक बताते हुए हिंटन ने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। बफे ने कहा, जब कोई सभी तरह के काम करने में सक्षम हो तब मैं थोड़ा चिंतित हो जाता हूं। क्योंकि मुझे मालूम है कि हम उस पर नियंत्रण नहीं रख पाएंगे। आप सभी जानते हैं कि द्वितीय विश्व युद्ध में हमने बहुत ही अच्छे कारण से एटम बम का आविष्कार किया था। यह बहुत महत्वपूर्ण था। लेकिन, क्या अगले दो सौ वर्षों के लिए यह अच्छा साबित हुआ। बफे ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सब कुछ करने में सक्षम है। बस केवल वह मानव के मस्तिष्क के सोचने के तरीके और उसके व्यवहार को नहीं बदल सकता। बफे ने कहा कि परमाणु बम के आविष्कार के बाद भी कहा गया था कि इसका बहुत फायदा होगा। लेकिन, हुआ उल्टा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जनक माने जाने वाले जेफ्री हिंटन ने पिछले सप्ताह इस घातक बताकर गूगल से इस्तीफा दे दिया था। एआई आधारित कई प्रोडक्ट को विकसित करने में हिंटन की अग्रणी भूमिका रही है