वाशिंगटन। माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म टिवटर पर किए गए बड़े बदलावों में पुराने लेगेसी ब्लू टिक हटाया जाना भी शामिल था। इसका असर प्लेटफॉर्म पर दिख रहा है। ट्विटर के नए सीईओ एलन मस्क ने बताया था कि 20 अप्रैल वह डेडलाइन है, इसके बाद उन यूजर्स के अकाउंट्स से ब्लू टिक हटा दिए जाएंगे, जो इसके लिए भुगतान नहीं कर रहे। यानी कि अब अगर ट्विटर पर ब्लू टिक चाहिए तब अनिवार्य रूप से पैसा देना होगा।

ट्विटर पर अब कोई भी यूजर ट्विटर ब्लू सेवा के लिए भुगतान कर ब्लू टिक खरीद सकता है। हालांकि, कुछ अकाउंट्स थे, जिन्हें इस बदलाव के पहले से ब्लू टिक मिला हुआ था और इसके लिए भुगतान नहीं करना पड़ रहा था। इस बदलाव के बाद अब ब्लू टिक वाला कोई भी वेरिफाइड अकाउंट ऐसा नहीं रहेगा, जो ब्लू सब्सक्रिप्शन के लिए भुगतान ना कर रहा हो। ऐसा ना करने की स्थिति में अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया जाएगा। बीते दिनों ट्विटर वेरिफाइड अकाउंट ने सभी यूजर्स को अनफॉलो कर दिया था और नए ट्वीट में बताया है कि 20 अप्रैल के बाद से प्लेटफॉर्म लेगेसी वेरिफाइड चेकमार्क्स हटाने जा रहा है। लेगेसी ब्लू टिक उस वेरिफिकेशन मार्क्स को कहा जा रहा है, जो यूजर्स को मस्क की ओर से किए गए बदलाव के पहले मिल गए थे और जिनके लिए यूजर्स को किसी तरह का भुगतान नहीं करना पड़ा। अगर यूजर्स अपने अकाउंट पर ब्लू टिक चाहते हैं, या फिर मौजूदा ब्लू टिक बरकरार रखना चाहते हैं, तब ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन के लिए साइन-अप करना होगा।

भारत में ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन प्लान की कीमत आईएसओ पर हर महीने 900 रुपये और वेबसाइट पर 650 रुपये महीने रखी गई है। एंड्रॉयड यूजर्स के लिए इसका मंथली प्लान 900 रुपये है। यूजर्स चाहें तब 9,400 रुपये का भुगतान करते हुए सालभर के लिए ब्लू टिक ले सकते हैं। ट्विटर जैसी सुविधाएं देने वाले भारतीय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कू ने वादा किया है कि इसकी ओर से यूजर्स को फ्री में वेरिफिकेशन का फायदा दिया जाता रहेगा।

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