मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जल जीवन मिशन महत्वाकांक्षी योजना है। केन्द्र और राज्य शासन के संसाधनों से क्रियान्वित होने वाले इस मिशन से हर घर में नल से जल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। योजना का सफल क्रियान्वयन सभी जन-प्रतिनिधि और अधिकारी-कर्मचारियों की सामूहिक जिम्मेदारी है। योजना में हो रहे निर्माण कार्यों के प्रति सजग रहना और समय-सीमा में गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करना आवश्यक है। जल-स्त्रोतों को इस प्रकार चिन्हित किया जाए कि ग्रीष्म ऋतु में निरंतर जलापूर्ति सुनिश्चित की जा सके। मिशन में पाइप लाइन डालने के लिए की गई खुदाई का रेस्टोरेशन कार्य प्राथमिकता से तत्काल पूर्ण किया जाए। जिला तथा राज्य स्तर के अधिकारी निरंतर भ्रमण कर कार्यों की गुणवत्ता और समय-सीमा में उन्हें पूर्ण करना सुनिश्चित करें। वर्षा ऋतु से पहले सभी रेस्टोरेशन के कार्य अनिवार्यत: पूर्ण कर लिए जाएं।
सभी जिले वर्चुअली जुड़े
मुख्यमंत्री चौहान मिशन में जारी कार्यों की राज्य स्तरीय समीक्षा कर रहे थे। बैठक में सभी जिले वर्चुअली शामिल हुए। मंत्रालय में हुई बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया, वन मंत्री कुँवर विजय शाह, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री बृजेन्द्र सिंह यादव, नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री ओ.पी.एस. भदौरिया, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इंदर सिंह परमार, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस सहित अधिकारी तथा निर्माण एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
प्रमुख तकनीकी कार्य, पेटी कॉन्ट्रेक्टर को नहीं दिए जाएँ, घटिया और विलंब से हुए कार्य का भुगतान रोकें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिले अपने कार्यों का रोडमेप बना कर सप्ताह वार लक्ष्य तय करें, कार्य को गति दें और जून-जुलाई तक पूर्ण होने वाले कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करवायें। योजनाओं के सुचारू संचालन और संधारण के लिए ग्राम पंचायतों, ग्राम, जल एवं स्वच्छता समिति के सदस्यों को जागरूक कर दायित्व सौंपा जाए। एल एंड टी सहित जिन फर्मों को कार्य सौंपे गए हैं, वे प्रमुख तकनीकी कार्य, पेटी कॉन्ट्रेक्टर को न दें। जिलों में कार्य कर रही फर्म, प्रदेश के विकास में हमारी सहयोगी हैं। जिले के अधिकारी, ठेकेदारों से निरंतर संवाद में रहें। जिन ठेकेदारों के कार्य गुणवत्तापूर्ण हैं और जो समय-सीमा का पालन करते हैं, उन्हें हरसंभव सहयोग प्रदान करें। घटिया और विलंब से कार्य करने वालों के भुगतान रोके जाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैठक के प्रथम सत्र में इंदौर और उज्जैन संभाग की जिलेवार समीक्षा की।
खरगोन जिले में हुए समस्त कार्यों की जाँच के निर्देश
बताया गया कि बुरहानपुर जिले के समस्त 254 गाँवों का हर घर जल ग्राम के रूप में प्रमाणीकरण हो गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि गर्मी में जल-स्त्रोत कमजोर होने पर नया स्त्रोत तत्काल विकसित करने की तैयारी रखी जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इंदौरजिले में 330 नल-जल योजनाओं के लंबित होने पर नाराजगी व्यक्त की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कलेक्टर साप्ताहिक रूप से कार्य की प्रगति की समीक्षा कर आगामी दो माह में कार्य पूर्ण कराएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खरगोन जिले में हुए समस्त कार्यों की जाँच कराने के निर्देश दिए। धार जिले की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिन ठेकेदारों ने घटिया काम किए हैं उनका भुगतान रोका जाए। जानकारी दी गई कि बड़वानी जिले की कुल स्वीकृत 315 एकल ग्राम नल-जल योजनाओं में से 59 का कार्य पूर्ण और 256 में कार्य प्रगति पर है। मुख्यमंत्री ने झाबुआ और अलीराजपुर जिले की समीक्षा भी की गई।
देवास में हो रहे कार्यों के लिए जिला प्रशासन को मिली बधाई
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उज्जैन संभाग की समीक्षा के दौरान रतलाम के बाजना क्षेत्र के कुछ गाँवों के पानी में फ्लोराइड की समस्या के आने से एकल योजना के स्थान पर समूह योजना बना कर समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने देवास में हो रहे कार्यों की प्रगति के लिए जिला प्रशासन को बधाई दी।