मार्च 2023 चुनावी वर्ष के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है 2023 में विधानसभा तो 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं इस लिहाज से मध्यप्रदेश के हृदय अंचल छिंदवाड़ा से न सिर्फ प्रदेश बल्कि देश की राजनीति की शुरुआत होती है| वैसे तो छिंदवाड़ा कांग्रेस का गढ़ माना जाता है किंतु इस बार प्रदेश के धुरंधर नेता बल्कि देश के राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले नेता भी अपनी नजरें छिंदवाड़ा में गड़ाए हुए है| इसी परिप्रेक्ष्य में छिंदवाड़ा में न सिर्फ कांग्रेस बल्कि भाजपा का भी फोकस रहता है| देश के गृहमंत्री अमित शाह का दौरा भी इसी परिपेक्ष में देखा जा रहा है. चुनावी गणित और रिजल्ट की तो 6 माह प्रतीक्षा करनी पड़ेगी लेकिन आज के भाजपा के इस आयोजन पर जहां एक और भाजपा अति प्रसन्न चित्त मुद्रा में सफल आयोजन का आगाज के रूप में प्रदर्शित कर रही है तो वही विपक्ष इसे फ्लॉप शो करार दे रहा है| अब प्रतीक्षा की जा सकती है की राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले देश के गृहमंत्री अमित शाह कमलनाथ के गढ़ में सेंध लगाने में कामयाब होंगे या फिर कमलनाथ अपना घर गढ़ बरकरार रख पाएंगे यह तो आने वाला समय ही बताएगा| हालांकि इस बार भाजपा संगठन ने अपनी मेहनत के बल पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने में कड़ी मशक्कत की है और इसका श्रेय भाजपा जिलाध्यक्ष बंटी विवेक साहू और उनकी टीम को जाता है.